आजादी का पर्व/ रक्षाबन्धन
कितना सुंदर कितना प्यारा,
दिन है आया।
15 अगस्त व रक्षाबंधन,
साथ में आया।
15अगस्त होता है,
राष्ट्रीय त्योहार।
रक्षाबंधन है,भाई बहन का प्यार।
बहनों ने, भैया को खीर खिलाई,
आजादी की सबमें, बँटी मिठाई।
पूरे राष्ट्र में हैं, खुशियाँ छाई,
एक दूजे ने दी, सबको आज बधाई।
हर गली मोहल्ले में, तिरंगा लहराया,
बहनों ने भैया का, राखी से हाथ सजाया ।
सबने मिलकर, आज कसम ये खाई,
शान तिरंगे की हम, न जाने देंगे भाई।
बहना ने भैया को कसम आज दिलाई,
हर हाल में देश की रक्षा करना मेरे भाई ।
भगत, शिवाजी और आजाद,
वीर हुए अनेक।
जिनके आगे अंग्रेजों ने,
घुटने दिये थे टेक।
वीर सपूतों ने, कसम ये खाई थी,
आजादी की जंग में, सबने नींद उड़ाई थी ।
साकार हुआ वीरों के, ख्वाबों का सपना,
आजाद हुआ 15 अगस्त 1947को,
भारत अपना।
आओ सबमिल याद करें,
उनकी कुर्बानी।
अमर हो गई जिन शहीदों की,
देशप्रेम की ये कहानी।
रचयिता
मंजू जोशी,
सहायक अध्यापक,
राजकीय जूनियर हाईस्कूल कनर्खा,
विकास क्षेत्र-धारी,
जनपद-नैनीताल,
उत्तराखण्ड।
दिन है आया।
15 अगस्त व रक्षाबंधन,
साथ में आया।
15अगस्त होता है,
राष्ट्रीय त्योहार।
रक्षाबंधन है,भाई बहन का प्यार।
बहनों ने, भैया को खीर खिलाई,
आजादी की सबमें, बँटी मिठाई।
पूरे राष्ट्र में हैं, खुशियाँ छाई,
एक दूजे ने दी, सबको आज बधाई।
हर गली मोहल्ले में, तिरंगा लहराया,
बहनों ने भैया का, राखी से हाथ सजाया ।
सबने मिलकर, आज कसम ये खाई,
शान तिरंगे की हम, न जाने देंगे भाई।
बहना ने भैया को कसम आज दिलाई,
हर हाल में देश की रक्षा करना मेरे भाई ।
भगत, शिवाजी और आजाद,
वीर हुए अनेक।
जिनके आगे अंग्रेजों ने,
घुटने दिये थे टेक।
वीर सपूतों ने, कसम ये खाई थी,
आजादी की जंग में, सबने नींद उड़ाई थी ।
साकार हुआ वीरों के, ख्वाबों का सपना,
आजाद हुआ 15 अगस्त 1947को,
भारत अपना।
आओ सबमिल याद करें,
उनकी कुर्बानी।
अमर हो गई जिन शहीदों की,
देशप्रेम की ये कहानी।
रचयिता
मंजू जोशी,
सहायक अध्यापक,
राजकीय जूनियर हाईस्कूल कनर्खा,
विकास क्षेत्र-धारी,
जनपद-नैनीताल,
उत्तराखण्ड।
Bahut sunder....badhayi ho ma'am
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