३६०~ संयुक्ता सिंह प्रभारी प्रधानाध्यापिका प्राथमिक विद्यालय बथुआवर, सिकरारा, जौनपुर
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- जौनपुर से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन संयुक्ता सिंह जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय के विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए, समाज के बीच सम्मानित ढंग से विश्वास को मजबूत किया है। जो हम जैसे हजारों शिक्षक भाई बहनों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा बेसिक शिक्षा की वर्तमान परिस्थितियों के बीच किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2414486175495632&id=1598220847122173
🌹#मेरा_विद्यालय_मेरा_गर्व🌹
"मंजिले उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है।"
"पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।।"
👉#मेरा_परिचय:-
मैं संयुक्ता सिंह (प्र०प्र०अ०)
प्राथमिक विद्यालय बथुआवर विकास क्षेत्र- सिकरारा, जनपद- जौनपुर में 16 अगस्त-2014 को जब मैंने सहायक अध्यापिका के रूप में कार्यभार ग्रहण किया और जब मैं पहली बार विद्यालय में प्रवेश की तो वहाँ का भौतिक परिवेश और बच्चों की स्थिति को देखकर मुझे इस विद्यालय के चयन के विकल्प को लेकर बहुत पछतावा होने लगा, मुझे ऐसा लगा कि मैं कैसे अपनी सोच को अंजाम दे पाऊँगी, लेकिन मैंने उपरोक्त पंक्तियों को सोचकर उसी दिन अपने मन में यह संकल्प लिया कि सिकरारा ब्लाक के निम्न स्तर के इस विद्यालय को सिकरारा ब्लाक में ही नहीं बल्कि जनपद जौनपुर में स्थापित करूंगी।
अपने संकल्प को साकार करने के लिए मैंने अगले ही दिन से व्यापक अभिभावक जनसंपर्क अभियान प्रारंभ किया और नामांकन बढ़ाने के लिए एक रजिस्टर पर अभिभावकों के नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उनसे प्रतिदिन फोन द्वारा संपर्क करके बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने लगी। जिसके परिणाम स्वरूप 12 से 15 उपस्थिति वाले इस विद्यालय में एक ही महीने के अंदर लगभग 35 से 40 बच्चे आने लगे। इसके बाद मैं प्रत्येक महीने विद्यालय में अभिभावकों की बैठक आहूत करने लगी। जिससे ग्रामीण व जन समुदाय का विद्यालय से जुड़ाव होने लगा। विद्यालय में मैं और मेरे साथ 2 शिक्षा मित्र श्रीमती सुषमा देवी व श्रीमती सरोजा देवी के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर निरंतर कार्य किया जाने लगा। जिसका परिणाम भी सत्रांत तक दिखाई देने लगा।
👉#भौतिक_परिवेश:-
मैंने अपने व्यक्तिगत प्रयास से कई वर्षों के पुराने खंडहर भवनों को गिरवाकर उससे निकले ईंट को विद्यालय परिसर में बिछआ दिया और समय-समय पर परिसर में वृक्षारोपण का भी कार्य कराए। इसके साथ ही साथ विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए डेक्स बेंच, ग्रीन बोर्ड ,बच्चों के लिए परिचय पत्र, टाई बेल्ट, स्वेटर तथा बच्चों को खाने के लिए बर्तन आदि की व्यवस्था मैंने अपने वेतन से देने का कार्य किया।
ग्राम प्रधान द्वारा चहारदीवारी का निर्माण कराने के बाद विद्यालय परिसर में लगभग 50 ट्राली मिट्टी अपने वेतन से लगा कर समतलीकरण का कार्य कराए जिससे विद्यालय का भौतिक परिवेश आकर्षक लगने लगा।
👉#गुणवत्तापूर्ण_शिक्षा:-
अब इसके बाद मैंने विद्यालय में गुणवत्तापरक शिक्षा पर वृहद कार्य करते हुए बच्चों को जोड़-घटाना गुणा-भाग, गिनती-पहाड़ा तथा मात्राओं का ज्ञान इत्यादि पर परिश्रम किया जिससे बच्चों में इन सब कमियों पर सुधार परिलक्षित होने लगा। बच्चों में रचनात्मकता व कलात्मकता इत्यादि कौशलों का विकास करने के लिए बच्चों से मूर्ति बनवाना, चित्र बनाना, क्राफ्ट व कला का कार्य कराना विभिन्न त्यौहारों को उत्साह के साथ मनाना, महापुरुषों की जयंती मनाने व समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन कराना इत्यादि कार्यो को कराने का कार्य किया।
👉#बढ़ता_नामांकन:-
अक्टूबर-2014 के कुल 54 नामांकन के सापेक्ष आज विद्यालय में कुल 126 बच्चे नामांकित है तथा विद्यालय का भौतिक परिवेश व बच्चों का नामांकन व उपस्थिति के कारण यह विद्यालय विकास क्षेत्र- सिकरारा के उत्कृष्ट विद्यालय में शामिल हो चुका है और यहाँ के बच्चे और अभिभावक विद्यालय में आने पर अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
👉#विद्यालय_उपलब्धियाँ:-
ICT कार्य के लिए CDO सर द्वारा सम्मानित किया गया। प्राचार्य डायट राजेश श्रीवास्तव जी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ राजेन्द्र सिंह जी और खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री राजीव यादव जी व जिला समन्वयक प्रशिक्षण व जिला समन्वयक सामुदायिक द्वारा सम्मानित किया गया।
अभी ये आगाज़ है।
धन्यवाद!
साभार: संयुक्ता सिंह
प्रभारी प्रधानाध्यापिका
प्राथमिक विद्यालय बथुआवर
विकास क्षेत्र- सिकरारा, जनपद- जौनपुर
संकलन एवं सहयोग:
डॉ विभा शुक्ला
मिशन शिक्षण संवाद
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
29-08-2019
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- जौनपुर से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन संयुक्ता सिंह जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय के विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए, समाज के बीच सम्मानित ढंग से विश्वास को मजबूत किया है। जो हम जैसे हजारों शिक्षक भाई बहनों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा बेसिक शिक्षा की वर्तमान परिस्थितियों के बीच किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2414486175495632&id=1598220847122173
🌹#मेरा_विद्यालय_मेरा_गर्व🌹
"मंजिले उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है।"
"पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।।"
👉#मेरा_परिचय:-
मैं संयुक्ता सिंह (प्र०प्र०अ०)
प्राथमिक विद्यालय बथुआवर विकास क्षेत्र- सिकरारा, जनपद- जौनपुर में 16 अगस्त-2014 को जब मैंने सहायक अध्यापिका के रूप में कार्यभार ग्रहण किया और जब मैं पहली बार विद्यालय में प्रवेश की तो वहाँ का भौतिक परिवेश और बच्चों की स्थिति को देखकर मुझे इस विद्यालय के चयन के विकल्प को लेकर बहुत पछतावा होने लगा, मुझे ऐसा लगा कि मैं कैसे अपनी सोच को अंजाम दे पाऊँगी, लेकिन मैंने उपरोक्त पंक्तियों को सोचकर उसी दिन अपने मन में यह संकल्प लिया कि सिकरारा ब्लाक के निम्न स्तर के इस विद्यालय को सिकरारा ब्लाक में ही नहीं बल्कि जनपद जौनपुर में स्थापित करूंगी।
अपने संकल्प को साकार करने के लिए मैंने अगले ही दिन से व्यापक अभिभावक जनसंपर्क अभियान प्रारंभ किया और नामांकन बढ़ाने के लिए एक रजिस्टर पर अभिभावकों के नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उनसे प्रतिदिन फोन द्वारा संपर्क करके बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने लगी। जिसके परिणाम स्वरूप 12 से 15 उपस्थिति वाले इस विद्यालय में एक ही महीने के अंदर लगभग 35 से 40 बच्चे आने लगे। इसके बाद मैं प्रत्येक महीने विद्यालय में अभिभावकों की बैठक आहूत करने लगी। जिससे ग्रामीण व जन समुदाय का विद्यालय से जुड़ाव होने लगा। विद्यालय में मैं और मेरे साथ 2 शिक्षा मित्र श्रीमती सुषमा देवी व श्रीमती सरोजा देवी के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर निरंतर कार्य किया जाने लगा। जिसका परिणाम भी सत्रांत तक दिखाई देने लगा।
👉#भौतिक_परिवेश:-
मैंने अपने व्यक्तिगत प्रयास से कई वर्षों के पुराने खंडहर भवनों को गिरवाकर उससे निकले ईंट को विद्यालय परिसर में बिछआ दिया और समय-समय पर परिसर में वृक्षारोपण का भी कार्य कराए। इसके साथ ही साथ विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए डेक्स बेंच, ग्रीन बोर्ड ,बच्चों के लिए परिचय पत्र, टाई बेल्ट, स्वेटर तथा बच्चों को खाने के लिए बर्तन आदि की व्यवस्था मैंने अपने वेतन से देने का कार्य किया।
ग्राम प्रधान द्वारा चहारदीवारी का निर्माण कराने के बाद विद्यालय परिसर में लगभग 50 ट्राली मिट्टी अपने वेतन से लगा कर समतलीकरण का कार्य कराए जिससे विद्यालय का भौतिक परिवेश आकर्षक लगने लगा।
👉#गुणवत्तापूर्ण_शिक्षा:-
अब इसके बाद मैंने विद्यालय में गुणवत्तापरक शिक्षा पर वृहद कार्य करते हुए बच्चों को जोड़-घटाना गुणा-भाग, गिनती-पहाड़ा तथा मात्राओं का ज्ञान इत्यादि पर परिश्रम किया जिससे बच्चों में इन सब कमियों पर सुधार परिलक्षित होने लगा। बच्चों में रचनात्मकता व कलात्मकता इत्यादि कौशलों का विकास करने के लिए बच्चों से मूर्ति बनवाना, चित्र बनाना, क्राफ्ट व कला का कार्य कराना विभिन्न त्यौहारों को उत्साह के साथ मनाना, महापुरुषों की जयंती मनाने व समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन कराना इत्यादि कार्यो को कराने का कार्य किया।
👉#बढ़ता_नामांकन:-
अक्टूबर-2014 के कुल 54 नामांकन के सापेक्ष आज विद्यालय में कुल 126 बच्चे नामांकित है तथा विद्यालय का भौतिक परिवेश व बच्चों का नामांकन व उपस्थिति के कारण यह विद्यालय विकास क्षेत्र- सिकरारा के उत्कृष्ट विद्यालय में शामिल हो चुका है और यहाँ के बच्चे और अभिभावक विद्यालय में आने पर अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
👉#विद्यालय_उपलब्धियाँ:-
ICT कार्य के लिए CDO सर द्वारा सम्मानित किया गया। प्राचार्य डायट राजेश श्रीवास्तव जी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ राजेन्द्र सिंह जी और खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री राजीव यादव जी व जिला समन्वयक प्रशिक्षण व जिला समन्वयक सामुदायिक द्वारा सम्मानित किया गया।
अभी ये आगाज़ है।
धन्यवाद!
साभार: संयुक्ता सिंह
प्रभारी प्रधानाध्यापिका
प्राथमिक विद्यालय बथुआवर
विकास क्षेत्र- सिकरारा, जनपद- जौनपुर
संकलन एवं सहयोग:
डॉ विभा शुक्ला
मिशन शिक्षण संवाद
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
29-08-2019
Comments
Post a Comment