ये तिरंगा सदा देश की शान है
ये तिरंगा सदा देश की शान है।
आज कुर्बानियों की यही आन है।
देश की आन को, आज आगे बढ़ें।
दुश्मनों को भगा, चोटियों को चढ़ें।।
हो सके तो सदा भूमि की धूल लें।
धूल माथे लगा आज सौगंध लें।
देश के वीर जो देश की शान हैं।
हिंद की भूमि के आज ये मान हैं।।
आज आजाद देश का ताज है।
ये तिरंगा सदा जीत का नाज है।
आज हिंदी हममें एकता ला रही।
देश की जीत का राष्ट्रगान गा रही।।
रचयिता
मोहम्मद अहमद,
सहायक अध्यापक,
रा0 आ0 प्राथमिक विद्यालय बीरोंखाल,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
आज कुर्बानियों की यही आन है।
देश की आन को, आज आगे बढ़ें।
दुश्मनों को भगा, चोटियों को चढ़ें।।
हो सके तो सदा भूमि की धूल लें।
धूल माथे लगा आज सौगंध लें।
देश के वीर जो देश की शान हैं।
हिंद की भूमि के आज ये मान हैं।।
आज आजाद देश का ताज है।
ये तिरंगा सदा जीत का नाज है।
आज हिंदी हममें एकता ला रही।
देश की जीत का राष्ट्रगान गा रही।।
रचयिता
मोहम्मद अहमद,
सहायक अध्यापक,
रा0 आ0 प्राथमिक विद्यालय बीरोंखाल,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
Very nice
ReplyDelete