३५९~ मृदुला गंगवार (प्रधानाध्यापिका) मॉडल प्राइमरी स्कूल सरायतल्फी, क्यारा, बरेली

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-बरेली से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन मृदुला गंगवार जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए गर्व और गौरव की बात है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
 
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/2412251575719092/

मृदुला गंगवार (प्रधानाध्यापिका)
मॉडल प्राइमरी स्कूल सरायतल्फी
विकास क्षेत्र-क्यारा, जनपद-बरेली

👉विद्यालय में कार्यभार ग्रहण तिथि:
6 सितंबर 2008

👉विकास कार्य में आई समस्याएं:

📌 विद्यालय परिसर अत्यंत गंदा।
📌विद्यालय में अक्सर पथराव 📌बाउंड्री वॉल का ना होना।
📌अध्यापकों पर गुंडागर्दी जैसा व्यवहार।
📌अराजक तत्वों द्वारा विद्यालय के शिक्षकों को धमकाना।
📌विद्युत कनेक्शन ना होना।
कई बार विद्यालय में चोरी होना एवं विद्यालय को नुकसान पहुंचाना।
📌अत्यधिक जातिवाद का असर होना।

👉मेरे द्वारा किए गए सुधारात्मक कार्य:-

📌सर्वप्रथम विभाग से बाउंड्री वॉल और विद्युत कनेक्शन के लिए प्रयास किया और विद्यालय में बाउंड्री वॉल एवं विद्युत कनेक्शन करवाया।
📌 घर-घर जाकर अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक किया और विद्यालय एक मंदिर है और प्रत्येक बच्चा और हम उसमें पुजारी के समान हैं मंदिर को साफ स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है इस भावना को गांव के घर-घर तक फैलाया तब कहीं जाकर विद्यालय में तोड़फोड़ बंद हो सकी।
📌अपने मेहनत और कार्य से समाज में जगह बनाई जिससे अराजक तत्वों की गुंडागर्दी बंद हो सकी।
📌नामांकन वृद्धि हेतु निरंतर प्रयास जारी हैं।
📌माता सम्मान समारोह आयोजित कर विद्यालय के उन्नति के रास्ते खोले।
📌पुरातन छात्र समारोह का आयोजन किया।
📌शत-प्रतिशत उपस्थिति वाले विद्यार्थियों एवं उनके पूरे परिवार को विद्यालय में सम्मानित किया गया।
📌अपने वेतन से विद्यालय का कायाकल्प किया रंगाई-पुताई एवं जरूरी सामान की व्यवस्था की।





📌 ग्राम प्रधान जी से वार्ता कर विद्यालय में बालक-बालिका हेतु प्रथक-प्रथक शौचालय एवं ओवरहेड टैंक लगवाया।
📌स्वयं के खर्चे पर विद्यालय में सफाई कर्मी की व्यवस्था की।
📌छात्र उपस्थिति बढ़ाने एवं बाल विकास के उद्देश्य से बच्चों को कैंप करवाए गए और बाहर घुमाने भी ले जाया गया।
📌कठपुतली विद्या के माध्यम से शिक्षण कार्य को और अधिक रोचक बनाया।
📌बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु योग खेलकूद इत्यादि विद्यालय परिसर में सुनिश्चित किए।








📌 बच्चों को पॉलिथीन के दुष्प्रभाव से जागरूक किया और गांव की महिलाओं के साथ मिलकर उन्हें साड़ी और पुरानी पैंटों से थैला बनाना सिखाया गया।
📌स्मार्ट क्लास एवं फर्नीचर हेतु अभी प्रयासरत हैं एवं कोशिश है कि इस सत्र में यह भी कमी पूरी कर दी जाए।
🔮 संदेश:-
समाज में हर वर्ग समाज की किसी ना किसी प्रकार से सेवा करना चाहता है और करनी भी चाहिए हम शिक्षकों को शिक्षा प्रदान करने का एक ऐसा मंच मिला है जिससे बड़ा मंच कोई नहीं हम सभी को पूरी ईमानदारी के साथ अपने अंदर छिपे हुए ज्ञान को इन गरीब बच्चों में बांटना चाहिए जैसा कि सभी जानते हैं कि गांव के लोग शिक्षा के प्रति कम जागरूक होते हैं इसलिए उपस्थिति शत-प्रतिशत नहीं रह पाती है जिसके कारण शिक्षक अपना शत-प्रतिशत नहीं दे पाते हैं इसलिए मेरा सुझाव है कि माह के आखिरी शनिवार को शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों के ना आने का कारण पूछे और उनके अभिभावकों को जागरूक करें निश्चित रूप से उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी क्योंकि जब एक रस्सी बार-बार पत्थर पर चढ़कर उस पर भी निशान डाल सकती है तो फिर हमारी कोशिश कैसे रंग नहीं ला सकती।
जय हिंद, जय शिक्षक

साभार: मृदुला गंगवार प्रधानाध्यापिका
मॉडल प्राइमरी स्कूल सरायतल्फी, क्यारा, बरेली

संकलन एवं सहयोग:-
रुपेंद्र सिंह जी
मिशन शिक्षण संवाद बरेली

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
26-08-2019

Comments

Total Pageviews