बहना प्यारी सी

भाई की बहना प्यारी सी
दुनिया में सबसे न्यारी सी
स्नेह-झरना, मुस्कान कुमुद
फूलों की वह क्यारी सी।
भाई की बहना प्यारी सी।।
ले राखी का धागा कच्चा
बाँधे है बंधन यह पक्का
कर मंगल तिलक, आशीष दे
मूँद पलक त्रिलोक बिहारी सी।
भाई की बहना प्यारी सी।।
पल में हँसना, पल में रोना
आँसू से यूँ पलकें धोना
दिल इतना कोमल और बड़ा
हो देव कृति मतवारी सी।
भाई की बहना प्यारी सी।।
भैया की यह आँख का तारा
संग इसके झूमे जग सारा
दुख हरने सब भैया के
बैठी दृढ़ एक पुजारी सी।
भाई की बहना प्यारी सी
दुनिया में सबसे न्यारी सी।।
         
रचयिता
तिलक सिंह,
प्रधानध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय रतरोई,
विकास खण्ड-गंगीरी,
जनपद-अलीगढ़।

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