३६१~ उपमा शर्मा कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय लिलौन, शामली

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- शामली से बहन उपमा शर्मा जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय के उत्थान के लिए वह सभी सम्भावित प्रयास किए जो बेसिक शिक्षा की वर्तमान परिस्थितियों में किए जाने सम्भव थे। जिसका परिणाम आज विद्यालय सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना हुआ है। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

📋1. शिक्षक का नाम: श्रीमती उपमा शर्मा।
विद्यालय : कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय लिलौन शामली।
नियुक्ति तिथि : 17/02/2009

📋2. विद्यालय की समस्याएं:
👉🏻 गांव की आबादी इतनी अधिक होने के बावजूद भी विद्यालय में छात्र संख्या कम होगा।
👉🏻 माता-पिता का विद्यालय के प्रति जागरूकता न होना।
👉🏻 विद्यालय के छात्र-छात्राओं को अभिव्यक्ति के अवसर न मिल पाना।
👉🏻 उपस्थिति एवं ठहराव की समस्या।
👉🏻 बालिकाओं का नामांकन ना के बराबर होना।
👉🏻 विद्यालय का भौतिक वातावरण भी अच्छा नहीं होना।
👉🏻 शिक्षण में नीरसता व छात्र छात्राओं का पढ़ाई के प्रति रुझान न होना।

📋3. समस्याओं के समाधान हेतु किया गया प्रयास:-
👉🏻सर्वप्रथम नामांकन बढ़ाने हेतु नामांकन मेलों का आयोजन किया गया। इसके लिए बाहर गांव में नुक्कड़ नाटक एवं नामांकन मेले और शिविर लगाए गए।


👉🏻 विद्यालय की भौतिक वातावरण में सुधार किया गया तथा विभिन्न रंगीन चित्र कार्य द्वारा विद्यालय का वातावरण आकर्षक बनाया गया।



👉🏻 बालिकाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता के लिए घर-घर जाकर संपर्क किया गया तथा जो मुस्लिम बालिकाएं बीच में पढ़ाई छोड़ कर घर बैठ गई थी उनका नामांकन किया गया।
👉🏻 विद्यालय में उपस्थिति एवं ठहराव की समस्या को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई गई तथा बच्चों को पुरस्कार एवं प्रोत्साहन के द्वारा अधिक से अधिक उपस्थित रहने के लिए प्रेरित किया गया।


👉🏻 छात्र-छात्राओं को अभिव्यक्ति की पूर्ण अवसर प्रदान किए गए तथा बच्चों के लिए विद्यालय में जीवन कौशल प्रोग्राम तथा आर्ट एंड क्राफ्ट सिलाई कढ़ाई आदि कार्यक्रमों की व्यवस्था की गई।
👉🏻जन समुदाय से सहयोग लेने के लिए समय-समय पर विद्यालय में अभिभावकों एवं ग्रामवासियों की मीटिंग तथा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय की उपलब्धियों गतिविधियों का गांव वालों के सामने प्रदर्शन किया गया।
4. विद्यालय में कुछ प्रेरक शिक्षण गतिविधियों का प्रयोग किया गया जैसे निर्देशन एवं परामर्श कार्यक्रम इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों को विद्यालय में आमंत्रित किया गया तथा बच्चों को निर्देशन एवं परामर्श प्रदान किया गया।



👉🏻 पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को जीवन कौशल से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया जिसमें सिलाई- कढ़ाई जूडो कराटे आत्मरक्षा के गुण इत्यादि सिखाए गए।
👉🏻 प्रत्येक विषय का शिक्षण कार्य गतिविधियों एवं शिक्षण सहायक सामग्री द्वारा किया गया। जिसमें गतिविधियों के द्वारा बच्चों ने शिक्षा में रुचि लेना प्रारंभ कर दिया।












👉🏻छात्र-छात्राओं को अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करने के लिए विद्यालय में वार्षिक पत्रिका एवं मासिक बाल अखबार का प्रकाशन प्रारंभ किया विद्यालय की वार्षिक पत्रिका "उजाला एक नई किरण "एवं बाल अखबार "उड़ान नन्हे पंखों की" विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा भी सराहा गया।
👉🏻 विद्यालय के छात्र- छात्राओं को खेल के अवसर प्रदान किए गए तथा स्वयं के प्रयास से ही बच्चों के लिए एक कोच की व्यवस्था की गई।
👉🏻 स्वयं के खर्च से ही बच्चों के लिए गृह कार्य डायरी एवं आई कार्ड का प्रबंध किया गया तथा उन्हें आई कार्ड और गृह कार्य डायरी वितरित की गई जिससे प्राइवेट और सरकारी विद्यालय की दूरी को कम किया जा सके।
👉🏻वर्ष में एक बार छात्र- छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमण की व्यवस्था की गई जिससे बच्चों में जिज्ञासु प्रवृत्ति का विकास हुआ तथा विद्यालय से बाहर के वातावरण के विषय में भी उन्हें जानकारी प्राप्त हुई।


📋5. विद्यालय एवं बच्चों की उपलब्धियां:-
👉🏻 विद्यालय में जहाँ छात्र संख्या 80 से 90 के बीच रहती थी वही 2017-18 में 100 हो गई तथा सत्र 2018-19 में 175 और वर्तमान में छात्र संख्या 216 है तथा विद्यालय में प्रवेश हेतु परीक्षा होने लगी है।
👉🏻 जनपद स्तर पर आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताओं में छात्रों ने प्रतिभाग किया।



👉🏻 जनपद में आयोजित नवाचार परीक्षा में भी विद्यालय से छात्र ने जिला स्तर तक की परीक्षाओं में प्रतिभाग किया।
👉🏻 जिला स्तरीय विज्ञान एवं गणित प्रदर्शनी में भी विद्यालय ने प्रतिभाग किया।
👉🏻विद्यालय के जीवन कौशल कार्यक्रम एवं मीना मंच के कार्यों से प्रभावित हो यूनिसेफ की टीम ने विद्यालय पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया गया।
👉🏻विद्यालय के कक्षा-8 उत्तीर्ण छात्रों ने सहारनपुर के दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास विद्यालय में प्रवेश परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त कर निशुल्क प्रवेश प्राप्त किया।

📋6. शिक्षक और विद्यालय परिवार की उपलब्धियां:-
👉🏻 विद्यालय का चयन मॉडल मीना मंच विद्यालय के रूप में किया गया।
👉🏻 स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी विद्यालय में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों के कारण शिक्षिका को आदर्श शिक्षिका के रूप में पुरस्कृत किया।
👉🏻 नवाचार कार्यशाला में भी आदरणीय बीएसए महोदय एवं डीएम साहब द्वारा विद्यालय की अध्यापिका को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
👉🏻समय-समय पर भ्रमण पर आए उच्चाधिकारियों द्वारा भी विद्यालय के कार्यों की प्रशंसा की गई।
👉🏻 समुदाय एवं ग्रामवासियों ने भी विद्यालय में सहयोग देना प्रारंभ कर दिया तथा विद्यालय के प्रति गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया।



📋7-मिशन शिक्षण संवाद परिवार के लिए संदेश:-
🌹🌹मिशन शिक्षण संवाद नवाचारी अध्यापकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत का कार्य करता है मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से ही अध्यापकों में कार्य करने के प्रति जोश एवं उत्साह तथा नवीन शिक्षण गतिविधियों का ज्ञान होता है। कार्य के प्रति लगन एवं परिश्रम तथा कभी न रुकने का प्रण मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा ही एक शिक्षक को प्रदान किया जाता है। विद्यालय की उपलब्धियों एवं सुधारात्मक स्थिति के लिए मिशन शिक्षण संवाद बहुत सहयोगी रहा है।

📋8. शिक्षक समाज के लिए सुझाव:-
शिक्षक समाज की नींव होते हैं तथा एक शिक्षक को एक प्रतिष्ठित समाज बनाने के लिए हमारे भावी नागरिकों को शिक्षित करना, उन्हें स्वावलंबी बनाना, उनमें आत्मविश्वास भरना तथा सही और गलत की पहचान कराना है। शिक्षक समाज के लिए मेरा बस यही संदेश है:
"जीवन में कुछ करना है, तो हिम्मत हारे मत बैठो।
आगे- आगे बढ़ना है तो मन को मारे मत बैठो।"

सादर: श्रीमती उपमा शर्मा
कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय लिलौन, शामली

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
30-08-2019

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