आओ मेरे पास
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
आओ मिलकर पाठ पढ़ें कुछ सीखें नयी बात,
मिल जुलकर हम साथ रहें और मन में हो विश्वास।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
सुबह उठो जल्दी से तुम और बोलो सबको शुभ प्रभात,
बस्ता लेकर स्कूल चलो तुम सब ले हाथों में हाथ।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
नित्य कर ईश्वर की प्रार्थना कर्त्तव्य मार्ग पर डटे रहो,
कोई भी कठिनाई आये पर तुम पीछे न कभी हटो।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
पढ़ लिखकर रोज ही सीखो अच्छी-अच्छी बात,
जीवन में खूब आगे बढ़ो तुम सच्चाई के साथ।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
आओ मिलकर पाठ पढ़ें कुछ सीखें नयी बात,
मिल जुलकर हम साथ रहें और मन में हो विश्वास।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
सुबह उठो जल्दी से तुम और बोलो सबको शुभ प्रभात,
बस्ता लेकर स्कूल चलो तुम सब ले हाथों में हाथ।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
नित्य कर ईश्वर की प्रार्थना कर्त्तव्य मार्ग पर डटे रहो,
कोई भी कठिनाई आये पर तुम पीछे न कभी हटो।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
पढ़ लिखकर रोज ही सीखो अच्छी-अच्छी बात,
जीवन में खूब आगे बढ़ो तुम सच्चाई के साथ।
प्यारे बच्चों, प्यारे बच्चों आओ मेरे पास,
दूर वहाँ क्यों बैठो हो तुम, हो क्यों इतने उदास?
रचयिता
अभिषेक शुक्ला,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय लदपुरा,
विकास क्षेत्र-अमरिया,
जिला-पीलीभीत।
मो.न.9450375290
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