प्यासी धरती करे पुकार
प्यासी धरती करे पुकार।
वृक्ष लगाकर करो श्रृंगार।
5 जून को सब करो पुकार।
पर्यावरण दिवस को करो साकार।
पौधे देते जीवन को आधार।
करते ऑक्सीजन की बौछार।
प्रत्येक जीव करे पुकार।
ऑक्सीजन ही श्वसन का आधार।
मोटर, गाड़ी, चिमनी, कार।
यही पर्यावरण के दुश्मन चार।
दादुर, कोयल, मोर, कबूतर
पपीहा करे पानी की पुकार।
सभी जीव पर्यावरण के आधार।
सेव, आँवला, तुलसी, सन्तरा
चारों हैं औषधि के भण्डार।
शुद्ध हवा सुख का आधार।
पीपल, बरगद, पर्यावरण सँवार।
कल-कल करती नदियों की कतार।
पर्यावरण में हमारा पूरा अधिकार।
शुद्ध पानी सुखी संसार।
जन-जन की है यही पुकार।
पेड़-पौधे ही जीवन का आधार।
रचयिता
अशर्फी लाल सिंह,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोल गदहिया,
विकास क्षेत्र व जनपद-चित्रकूट।
वृक्ष लगाकर करो श्रृंगार।
5 जून को सब करो पुकार।
पर्यावरण दिवस को करो साकार।
पौधे देते जीवन को आधार।
करते ऑक्सीजन की बौछार।
प्रत्येक जीव करे पुकार।
ऑक्सीजन ही श्वसन का आधार।
मोटर, गाड़ी, चिमनी, कार।
यही पर्यावरण के दुश्मन चार।
दादुर, कोयल, मोर, कबूतर
पपीहा करे पानी की पुकार।
सभी जीव पर्यावरण के आधार।
सेव, आँवला, तुलसी, सन्तरा
चारों हैं औषधि के भण्डार।
शुद्ध हवा सुख का आधार।
पीपल, बरगद, पर्यावरण सँवार।
कल-कल करती नदियों की कतार।
पर्यावरण में हमारा पूरा अधिकार।
शुद्ध पानी सुखी संसार।
जन-जन की है यही पुकार।
पेड़-पौधे ही जीवन का आधार।
रचयिता
अशर्फी लाल सिंह,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोल गदहिया,
विकास क्षेत्र व जनपद-चित्रकूट।
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