३४४~ लाल बहादुर गौतम (प्र०अ०) प्रा०वि० म्योनी, सुरसा, हरदोई।

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- हरदोई से सकारात्मक ऊर्जा के धनी अनमोल रत्न शिक्षक साथी भाई लाल बहादुर गौतम जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, तन, मन, धन से समर्पित और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
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मैं लाल बहादुर गौतम (प्र०अ०)
प्रा०वि० म्योनी
वि०क्षे०-सुरसा, हरदोई।

मेरी नियुक्ति 26-11-2009 को प्रा०वि० म्योनी, वि०क्षे०सुरसा में प्र०अ० के पद पर हुई थी। जब मैं इस विद्यालय में प्र०अ० के रूप में पहुंचा तो विद्यालय बाउंड्री विहीन व शौचालय विहीन विद्यालय था।

एक बड़ा पीपल, दो पाकड़ व एक जामुन का पेड़ था। विद्यालय परिसर बहुत ही गन्दा था। गांव के लोग विद्यालय परिसर में अपने मवेशी बाँधते थे व कण्डे पाथते थे। कुछ अराजक तत्व विद्यालय बंद होने के बाद वहाँ जुआ खेला करते थे। क्यारी फ़ुलवारी तो बहुत दूर की बात थी।

सबसे पहले मैंने बाउन्ड्रीवाल का लिए प्रयास किया, प्रार्थना पत्र दिया, उसके उपरांत वर्ष 2010-2011 में मेरे द्वारा ही बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया गया। लेकिन फिर भी मेरे सामने कई प्रमुख समस्याएँ थीं।

👉1. नामांकन बहुत कम था।
👉2. नामांकन के सापेक्ष अधिकतम उपस्थिति न होना।
👉3. शैक्षिक स्तर कक्षा के अनुसार न होना।
👉4. समुदाय का सहयोग न मिलना।
👉5. अराजक तत्वों द्वारा कण्डे व गोबर न हटाना।
👉6. परिसर को गाँव के लोगों द्वारा गंदा करना व मवेशी बाँधना।

📋मेरे द्वारा किये गए प्रयास-

👉1. सबसे पहले प्रयास करके विभाग द्वारा बाउंड्रीवाल का निर्माण करवाना।
👉2. गांव के सभ्य लोगों से सम्पर्क करके विद्यालय से गोबर व कंडे हटवाये।
👉3. लगातार वृक्षारोपण व क्यारियों के निर्माण द्वारा विद्यालय परिसर को ठीक किया।
👉4. एक कक्षा कक्ष में कबाड़ रखा रहता था, उसे हटाकर शिक्षण हेतु तैयार किया।
👉5. वर्ष 2010-11 में पंचायत द्वारा शौचालय का निर्माण हुआ।
👉6. अभिलेखों को व्यवस्थित किया।
👉7. प्रार्थना सभा में प्रतिदिन अलग अलग बच्चों से प्रार्थना, सुविचार, कोई एक गीत, सामान्य जानकारी, पीटी आदि नियमित कराना।
👉8. श्यामपट्ट संदेश नियमित लिखवाना व मासिक टेस्ट नियमित कराना।
👉9. नामांकन बढ़ाने हेतु पूरे गाँव में कुछ बच्चे लेकर जाना एवं उनके माध्यम से अपनी बात ग्रामीण वासियों तक पहुँचाना
और उन्हें शिक्षा के महत्व को समझाना।
👉10. उपस्थिति बढ़ाने हेतु प्रत्येक कक्षा के अच्छे बच्चों को कॉपी, पेन आदि शिक्षण सामग्री देकर पुरस्कृत करना।
👉11. गतिविधि द्वारा बच्चों में रुचि बढ़ाना जिससे बच्चों का ठहराव बना रहे। समय समय पर चित्रकला, निबन्ध प्रतियोगिता कराना।
👉12. कक्षा कक्ष, बाउंड्रीवाल पर बच्चों व स्वयं के द्वारा पेंटिंग सिखाना जिससे बच्चे भी कुछ सीख सकें।
👉13. बच्चों के लिए आईकार्ड, टाई, बेल्ट आदि प्रदान करना।
👉14. चार्ट पेपर से बच्चों को चित्र कटिंग आदि सिखाना।
👉15. बच्चों, महापुरुषों के जन्मदिन, राष्ट्रीय पर्वों व बेटी दिवस को उत्साह पूर्वक आयोजित करना।
👉16. नामांकन/प्रवेश रैली, मतदाता जागरूकता रैली, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आदि प्रकार की रैली निकालकर समुदाय को जागृत करना। बच्चों द्वारा नाटक, एकांकी कार्यक्रम कराना, जिससे बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हो।
👉17. प्रत्येक वर्ष परीक्षाफल वितरण में अच्छे बच्चों को पुरस्कृत करना व विदाई समारोह आयोजित करना। प्रत्येक माह smc व दूसरे माह माता अभिभावक समूह की बैठक आयोजित करना।
👉18. शारीरिक क्षमता बच्चों की अच्छी रहे इसके लिए प्रत्येक शनिवार को खेलकूद, योग, पीटी आदि कराना।


















📋विद्यालय के आकर्षण:-

स्वच्छ एवं अकर्षक वाल पेंटिंग युक्त विद्यालय भवन। विद्यालय परिसर में ब्रिक्स एवं आकर्षक क्यारियाँ। नए नए पेड़ पौधे तैयार करना।





📋विद्यालय की उपलब्धियां:-

👉1. 2017 में ब्लॉक स्तर पर बालिकाओं द्वारा खो-खो में प्रथम स्थान।
👉2. वर्ष 2017 में तत्कालीन खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय श्री प्रेमसुख गंगवार जी द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्र0अ0 की शील्ड देकर सम्मानित किया जाना।
👉3.वर्ष 2018 अप्रैल में खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा ब्लॉक स्तर पर सम्मानित।
👉4. सितम्बर 2018 में एकता सिंह IAS द्वारा विद्यालय का गहन निरीक्षण करना और बच्चों द्वारा सही जवाब देना, प्रसंशा करना।
👉5. वर्ष 2018 में ब्लॉक स्तर पर क्रीड़ा प्रतियोगिता में दौड़ बालक वर्ग 50, 100, 400 मीटर में प्रथम स्थान, लम्बी कूद प्रथम स्थान, बालक बालिका खो-खो प्रथम स्थान, होगा प्रथम स्थान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एकांकी प्रथम स्थान, सुलेख तीसरा स्थान, बालिका दौड़ 50, 100 मीटर प्रथम स्थान, मार्च पास्ट में प्रथम स्थान तथा ब्लॉक में सर्वाधिक अंक पाकर विद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।




















👉जनपद स्तर प्रतियोगिता में-
50, 100, 400 मीटर बालक वर्ग में प्रथम स्थान
लम्बी कूद में द्वितीय स्थान
50,100 मीटर बालिका वर्गमें द्वितीय स्थान
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एकांकी में प्रथम स्थान।

👉मण्डल स्तर प्रतियोगिता में-

50 मीटर तृतीय स्थान
100 मीटर द्वितीय स्थान
200 मीटर प्रतिभाग किया
400 मीटर प्रतिभाग किया
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एकांकी में तृतीय स्थान

📋शिक्षक की उपलब्धियां-
1. खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा बेस्ट प्र0अ0 की शील्ड से सम्मानित
2. खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा ब्लॉक स्तर पर सम्मानित
3. 26 जनवरी 2019 को जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्तिपत्र, BSA द्वारा सम्मानित किया गया।

विशेष उपलब्धि-

राज्य स्तर पर दिनांक 20 जून 2019 को जारी सूची आदेश के अनुसार वर्ष 2019 में जनपद हरदोई से एक मात्र उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चयन।

वर्ष 2010 से नामांकन व उपस्थिति में कोई गिरावट नहीं आयी। निरन्तर प्रवेश व उपस्थिति में वृद्धि जारी है।

गतवर्ष प्रधान जी द्वारा नवीन शौचालय का निर्माण व भोजन शेड का निर्माण करवाया गया।
जिससे बच्चे भोजन शेड में बैठकर शुद्ध व स्वच्छ भोजन कर सकें।

मुझे दिसम्बर 2018 में ( 7 सदस्यीय खण्ड शिक्षा अधिकारियों, जिनमें
खंड शिक्षा अधिकारी अहिरोरी श्री चन्द्र शेखर यादव और b.e.o.टड़ियावां श्री सत्यप्रकाश यादव व b.e.o बिलग्राम सुशील कनौजिया व b.e.o. हरपालपुर श्री नागेंद्र चौधरी जी,
श्री मनोज कुमार बोस जी ,शुचि गुप्ता, श्री फूलचन्द्र जी, व स्वयं सुरसा के BEO श्री भगवान राव जिनकी टीम द्वारा 2 घण्टे तक हर स्तर पर विद्यालय की हकीकत परखी, जिसमें प्रत्येक बिंदु पर विद्यालय खरा उतरा। विद्यालय की सभी ने जमकर प्रसंशा की।

हमारे म्योनी गाँव का मजरा है राम धाम जो विद्यालय से लगभग 1.5 km दूर है। वहाँ से पहले बच्चे स्कूल नहीं आते थे। फिर हम उन्हें अपनी कार में पहली वर्ष 2016 में 4 बच्चे लाते थे। अगले वर्ष फिर उसी गाँव से 18 बच्चों ने नामांकन करवाया। हम सभी बच्चों को अपनी कार से ही लाते थे और छुट्टी के समय घर ले जाते थे, जो अब भी जारी है। अब उसी गाँव से 25 बच्चे आते हैं।
पूर्व वर्ष ही पड़ोस में चलने वाले प्राइवेट स्कूल से 8 बच्चे आये थे। अबकी बार 18 बच्चों ने प्रवेश लिया।

हमारे विद्यालय में ही ब्लॉक स्तरीय नवोदय प्रवेश परीक्षा की कोचिंग की व्यवस्था की गई। उसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा 100 नम्बर की टेस्ट परीक्षा कराई थी, जिसमें हमारे स्कूल के 15 बच्चे टेस्ट में पास हुए थे। सभी बच्चों को मैंने अपने पास से प्रैक्टिस सेट दिए थे और रविवार को अतिरिक्त तैयारी भी करते थे।

लेकिन बच्चों का दुर्भाग्य कहें या सिस्टम की संवेदनहीनता हमारे सभी बच्चों के फॉर्म ही नवोदय समिति में अपलोड नहीं कराये गए। जिससे बच्चे परीक्षा देने से वंचित रह गए।

फिर भी कोशिश जारी है जितना भी सामर्थ्य परमपिता ने दिया है बच्चों के भविष्य हेतु प्रयास करते रहेंगे।

मिशन शिक्षण संवाद का बहुत बहुत धन्यवाद जिसने हम सभी को एक ऐसा मंच दिया है जिसके माध्यम से बेसिक शिक्षा में गुणवत्ता के साथ साथ सामाजिक रूप से भी शिक्षक के मान सम्मान में भी वृद्धि हुई है।

सादर: लाल बहादुर गौतम (प्र०अ०)
प्रा०वि० म्योनी, सुरसा, हरदोई।

संकलन:- आशीष शुक्ला
टीम मिशन शिक्षण संवाद

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर- 9458278429 & 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

टीम मिशन शिक्षण संवाद
26-06-2019

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