अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक,98,रुपाली श्रीवास्तव, कौशाम्बी

*👩🏻‍🏫अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक*

*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*

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*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण- 98*
(दिनाँक- 09 जून 2019)

नाम:-रुपाली श्रीवास्तव
पद:- प्रधानाध्यापक
विद्यालय:-प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर सलेम
चायल, कौशाम्बी।।।
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
👉मैं रुपाली श्रीवास्तव वर्ष 2009 से बेसिक शिक्षा में कार्यरत हूँ। प्रारंभिक वर्षों में जहां मेरा फोकस अच्छी शिक्षा देने पर था वहीं प्रधानाध्यापिका के पद पर वर्ष 2013 में नियुक्त होने पर मेरी जिम्मेदारियां और कर्तव्य बढ़ गए।
वर्तमान प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर सलेम में लगभग 6 वर्षों से कार्यरत हूँ। 137 की छात्रसँख्या से 335 बालक बालिकाओं तक का सफर हमने अपने कार्य के आधार पर ही पूरा किया है और प्रयास यही रहेगा कि आने वाले समय में विद्यालय में अच्छी से अच्छी शिक्षा, सर्वांगीण विकास के साथ दी जा सके। सांस्कृतिक कार्यक्रमों , उत्सवों, खेलकूद का आयोजन, मातृ पितृ सम्मेलन आदि के आयोजन से छात्रों में उत्साह बना रहता है।
   प्रारम्भिक दिनों में विद्यालय परिसर में जहां मल मूत्र, मृत जानवर पड़े रहते थे आज वह प्रांगड़ सजा संवरा रहता है। मेरा पूरा प्रयास रहता है कि विद्यालयोपयोगी आवश्यक हर वस्तु उपलब्ध रहे तथाल उन्हें कान्वेंट जैसी शिक्षा उपलब्ध एवं क्रियाकलाप करा सकूं। इस हेतु मैनें झूले लगवाए, खेल की सामग्री व ड्रेस खरीदे , सांस्कृतिक कार्यक्रमों के ड्रेस, डांडिया मेकअप किट तैयार की जिसमें कभी भी कोई भी कार्यक्रम आसानी से कराया जा सके। आर्ट क्राफ्ट के सामान हों या वाद्ययंत्र या साउंड सिस्टम कोशिश यही रहती है कि ये बच्चे सब कुछ देखें एवं सीखें।
इस हेतु विद्यालय में मैं भरसक प्रयास करती हूँ और आगे भी करूंगी।।

_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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