अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक,99,तपस्या पुरवार ,रायबरेली
*👩🏻🏫अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2355222804755303&id=1598220847122173
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*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण- 98*
(दिनाँक- 10 जून 2019)
नाम- तपस्या पुरवार पदप्रधानाध्यापक. विद्यालय -प्राथमिक विद्यालय पूरे टोडी. विकास क्षेत्र -डीह. जिला -रायबरेली
(दिनाँक- 10 जून 2019)
नाम- तपस्या पुरवार पदप्रधानाध्यापक. विद्यालय -प्राथमिक विद्यालय पूरे टोडी. विकास क्षेत्र -डीह. जिला -रायबरेली
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
👉 "कहते हैं कोई भी प्रयास कभी भी व्यर्थ नहीं जाता, कठिनाइयों से जूझने वालों को ही अंत में सफलता मिलती है।" कुछ ऐसा ही मेरे साथ भी प्राथमिक विद्यालय पूरे टोडी में हुआ अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से जिला रायबरेली के पिछड़े ब्लॉक -डीह का वीरान और जंगल क्षेत्र मैं मुझे प्रधानाध्यापिका का पद मिला ।विद्यालय पहुंची तो लगा यहां तो विद्यालय होना ही नहीं चाहिए था सड़क से 2 किलोमीटर दूर स्कूल से गांव की दूरी 500 मीटर दूर केवल एक छोटा सा पुरवा जिसमें 45 से 50 के बीच घर है आसपास अन्य कोई गांव नहीं विद्यालय की मिट्टी रेहूं, केवल बबूल के झाड़ ,सन्नाटा इतना की घड़ी की आवाज सुनाई देती है, स्टाफ के नाम पर एक शिक्षामित्र , विद्यालय में चाहरदीवारी नहीं, कंकरीट से भरा हुआ मैदान, नामांकन के सापेक्ष बच्चों की संख्या नहीं ।खैर इतनी विषमताओं को देखकर पहले तो मन घबरायाफिर अंदर से आवाज आई हिम्मते इंसान तो मदद ए खुदा। सबसे पहले तो मैंने ग्राम प्रधान से विद्यालय के भौतिक परिवेश ,आवागमन का रास्ता सुगम करने की बातकी परंतु प्रयास विफल रहा उनका कहना था कि जंगल का स्कूल है कौन देखता है।कायाकल्प योजना के अंतर्गत मेरे विद्यालय में किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं कराया गया।
प्रयास -सबसे पहले तो मैंने गांव में घूमना और गांव के पढ़े लिखे लोगों से मिलना शुरू किया उनकी मदद से गांव में जागरूकता फैलाई कि शिक्षा जीवन के लिए कितना जरूरी है। साथ ही भौतिक परिवेश को लेकर स्वयं के खर्चे से जितना भी कर सकती थी किया और निरंतर प्रयासरत हूँ।*जनसंपर्क स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान जिससे विद्यालय में मवेशियों का आना जाना बंद हुआ। * विद्यालय कक्ष की ग्रीन पट्टी को रेहू मिट्टी से बचाने के लिए स्वयं के खर्चे से सभी कक्षाओं में ग्रीन पट्टी के नीचे टाइल्स लगवाएं ताकि t.l.m. सुरक्षित हो सके.
* मैदान में कुछ गड्ढे खुदवा कर उनमें अच्छी मिट्टी डलवाई और वृक्षारोपण किया जहां केवल बबूल के झाड़ थे वहां आज गेंदा गुड़हल सदाबहार मुर्गा चोटी इत्यादि के फूल है
👉 "कहते हैं कोई भी प्रयास कभी भी व्यर्थ नहीं जाता, कठिनाइयों से जूझने वालों को ही अंत में सफलता मिलती है।" कुछ ऐसा ही मेरे साथ भी प्राथमिक विद्यालय पूरे टोडी में हुआ अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से जिला रायबरेली के पिछड़े ब्लॉक -डीह का वीरान और जंगल क्षेत्र मैं मुझे प्रधानाध्यापिका का पद मिला ।विद्यालय पहुंची तो लगा यहां तो विद्यालय होना ही नहीं चाहिए था सड़क से 2 किलोमीटर दूर स्कूल से गांव की दूरी 500 मीटर दूर केवल एक छोटा सा पुरवा जिसमें 45 से 50 के बीच घर है आसपास अन्य कोई गांव नहीं विद्यालय की मिट्टी रेहूं, केवल बबूल के झाड़ ,सन्नाटा इतना की घड़ी की आवाज सुनाई देती है, स्टाफ के नाम पर एक शिक्षामित्र , विद्यालय में चाहरदीवारी नहीं, कंकरीट से भरा हुआ मैदान, नामांकन के सापेक्ष बच्चों की संख्या नहीं ।खैर इतनी विषमताओं को देखकर पहले तो मन घबरायाफिर अंदर से आवाज आई हिम्मते इंसान तो मदद ए खुदा। सबसे पहले तो मैंने ग्राम प्रधान से विद्यालय के भौतिक परिवेश ,आवागमन का रास्ता सुगम करने की बातकी परंतु प्रयास विफल रहा उनका कहना था कि जंगल का स्कूल है कौन देखता है।कायाकल्प योजना के अंतर्गत मेरे विद्यालय में किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं कराया गया।
प्रयास -सबसे पहले तो मैंने गांव में घूमना और गांव के पढ़े लिखे लोगों से मिलना शुरू किया उनकी मदद से गांव में जागरूकता फैलाई कि शिक्षा जीवन के लिए कितना जरूरी है। साथ ही भौतिक परिवेश को लेकर स्वयं के खर्चे से जितना भी कर सकती थी किया और निरंतर प्रयासरत हूँ।*जनसंपर्क स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान जिससे विद्यालय में मवेशियों का आना जाना बंद हुआ। * विद्यालय कक्ष की ग्रीन पट्टी को रेहू मिट्टी से बचाने के लिए स्वयं के खर्चे से सभी कक्षाओं में ग्रीन पट्टी के नीचे टाइल्स लगवाएं ताकि t.l.m. सुरक्षित हो सके.
* मैदान में कुछ गड्ढे खुदवा कर उनमें अच्छी मिट्टी डलवाई और वृक्षारोपण किया जहां केवल बबूल के झाड़ थे वहां आज गेंदा गुड़हल सदाबहार मुर्गा चोटी इत्यादि के फूल है
* हैंडपंप दूसरी जगह खुद वाया ताकि पानी स्वच्छ आए.
* मैदान में ट्रैक्टर चलवा कर मिट्टी बराबर कराई और सफाई कराई जिससे कंकरीट कम हो सके और खेल का मैदान बने. * सभी राष्ट्रीय पर्व एवं महापुरुषों के दिवस अभिभावकों को बुलाकर हर्षोल्लास के साथ मनाना शुरू किया।बालसभा प्रत्येक शनिवार को बच्चों के जन्मदिन मनाना.
प्रार्थना सभा को रुचिकर बनाने के लिए स्पीकर की व्यवस्था प्रतिदिन योग सामान्य ज्ञान के प्रश्न उत्तर मिशन शिक्षण संवाद श्यामपट कार्य.
* शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए शून्य निवेश नवाचार खेल गतिविधियों का प्रयोग एवं मोबाइल के माध्यम से आईसीटी का भरपूर प्रयोग किया.
* सभी कक्षाओं में उनके अनुरूप आकर्षक t.l.m. और मॉडल बनाएं। एक विशेष प्रयास किया 2 किलोमीटर दूर स्थित गांव के बच्चों को विद्यालय तक लाने के लिए स्वयं के खर्चे पर इसी वर्ष एक वैन लगवाई जिससे बच्चों के नामांकन मैं वृद्धि हुई.
उपलब्धि -
*नामांकन में तो वृद्धि हुई है साथ ही ठहराव १००प्रतिशत हो गया। गतिविधि युक्त शिक्षण कार्य से विद्यालय के प्रति बच्चों का आकर्षण बढ़ा।
* मीना मंच सुगम कर्ता के रूप में सक्रिय भूमिका के लिए आदर्श मीना मंच सुगम कर्ता के रूप में सम्मानित किया गया. * अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बीएसए महोदय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।.
* मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अग्रणी भूमिका के लिए एसडीएम महोदय के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
* जिला रायबरेली से मात्र एक उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में उत्कृष्ट राज्य पुरस्कार 2019 से लखनऊ में एडी बेसिक एवं शिक्षा निदेशक द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
*अन्य कार्य मेरे विद्यालय के पास के उच्च प्राथमिक विद्यालय मऊ में महिला शिक्षिका ना होने के कारण मुझे मीना मंच सुगम करता का पद दिया गया जहां निरंतर कुशल कक्षाएं प्रत्येक शनिवार को मैं आयोजित करती हूं। जिसके फलस्वरूप आज वह आदर्श मीना मंच है.
* बीआरसी में अंग्रेजी विषय प्रशिक्षण दाता के रूप में रही हूं। D.El.Ed संदर्भ दाता के रूप में रही हूं । * महिला जीवन कौशल विकास हेतु विशेष कार्यक्रम चलाती हूँ।
*प्रेरक संदेश-* प्रत्येक दिन एक नई ऊर्जा से विद्यालय में कार्य करें बच्चों के प्रति आपके द्वारा किया गया कोई भी कार्य व्यर्थ नहीं जाएगा क्योंकि बच्चे भगवान का रुप होते हैं।
* मैदान में ट्रैक्टर चलवा कर मिट्टी बराबर कराई और सफाई कराई जिससे कंकरीट कम हो सके और खेल का मैदान बने. * सभी राष्ट्रीय पर्व एवं महापुरुषों के दिवस अभिभावकों को बुलाकर हर्षोल्लास के साथ मनाना शुरू किया।बालसभा प्रत्येक शनिवार को बच्चों के जन्मदिन मनाना.
प्रार्थना सभा को रुचिकर बनाने के लिए स्पीकर की व्यवस्था प्रतिदिन योग सामान्य ज्ञान के प्रश्न उत्तर मिशन शिक्षण संवाद श्यामपट कार्य.
* शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए शून्य निवेश नवाचार खेल गतिविधियों का प्रयोग एवं मोबाइल के माध्यम से आईसीटी का भरपूर प्रयोग किया.
* सभी कक्षाओं में उनके अनुरूप आकर्षक t.l.m. और मॉडल बनाएं। एक विशेष प्रयास किया 2 किलोमीटर दूर स्थित गांव के बच्चों को विद्यालय तक लाने के लिए स्वयं के खर्चे पर इसी वर्ष एक वैन लगवाई जिससे बच्चों के नामांकन मैं वृद्धि हुई.
उपलब्धि -
*नामांकन में तो वृद्धि हुई है साथ ही ठहराव १००प्रतिशत हो गया। गतिविधि युक्त शिक्षण कार्य से विद्यालय के प्रति बच्चों का आकर्षण बढ़ा।
* मीना मंच सुगम कर्ता के रूप में सक्रिय भूमिका के लिए आदर्श मीना मंच सुगम कर्ता के रूप में सम्मानित किया गया. * अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बीएसए महोदय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।.
* मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अग्रणी भूमिका के लिए एसडीएम महोदय के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
* जिला रायबरेली से मात्र एक उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में उत्कृष्ट राज्य पुरस्कार 2019 से लखनऊ में एडी बेसिक एवं शिक्षा निदेशक द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
*अन्य कार्य मेरे विद्यालय के पास के उच्च प्राथमिक विद्यालय मऊ में महिला शिक्षिका ना होने के कारण मुझे मीना मंच सुगम करता का पद दिया गया जहां निरंतर कुशल कक्षाएं प्रत्येक शनिवार को मैं आयोजित करती हूं। जिसके फलस्वरूप आज वह आदर्श मीना मंच है.
* बीआरसी में अंग्रेजी विषय प्रशिक्षण दाता के रूप में रही हूं। D.El.Ed संदर्भ दाता के रूप में रही हूं । * महिला जीवन कौशल विकास हेतु विशेष कार्यक्रम चलाती हूँ।
*प्रेरक संदेश-* प्रत्येक दिन एक नई ऊर्जा से विद्यालय में कार्य करें बच्चों के प्रति आपके द्वारा किया गया कोई भी कार्य व्यर्थ नहीं जाएगा क्योंकि बच्चे भगवान का रुप होते हैं।
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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