आओ मिलकर पेड़ लगाएँ
आओ हम सब मिलकर पेड़ लगाएँ
पृथ्वी को हम स्वर्ग बनाएँ
सर - सर -२ हवा चले है
हवा से हमको जीवन मिले है
अशुद्ध हवा को शुद्ध बनाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ
खट्टे, मीठे और कसैले
देखो फल हैं कितने रसीले
इनसे अपना स्वास्थ्य बनाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ
जब थक जाते हमारे पाँव
पेड़ हमे देते हैं छाँव
इनकी छाँव में बढ़ते जाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ।
रचयिता
आकांक्षा मिश्रा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय सिकंदरपुर,
विकास खण्ड-सुरसा,
जनपद-हरदोई।
पृथ्वी को हम स्वर्ग बनाएँ
सर - सर -२ हवा चले है
हवा से हमको जीवन मिले है
अशुद्ध हवा को शुद्ध बनाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ
खट्टे, मीठे और कसैले
देखो फल हैं कितने रसीले
इनसे अपना स्वास्थ्य बनाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ
जब थक जाते हमारे पाँव
पेड़ हमे देते हैं छाँव
इनकी छाँव में बढ़ते जाएँ
आओ मिलकर पेड़ लगाएँ।
रचयिता
आकांक्षा मिश्रा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय सिकंदरपुर,
विकास खण्ड-सुरसा,
जनपद-हरदोई।
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