महिला सशक्तीकरण 193,अंजलि मिश्रा, फतेहपुर

*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-192*

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*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक- 05 फरवरी 2020)
नाम- अंजली मिश्रा
पद- सहायक अध्यापक
विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय टिकरा
देवमई, फ़तेहपुर
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
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मेरी नियुक्ति 06 सितम्बर 2018 को प्राथमिक विद्यालय टिकरा, देवमई, फ़तेहपुर में सहायक शिक्षिका के पद पर हुई। 10 सितम्बर 2018 को अपने पापा के साथ कार्यभार ग्रहण करने विद्यालय पहुँची। वहाँ विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ज्योति मैम से बातों ही बातों में पापा ने कहा- बचपन में ये दीवारों पे बच्चे बनाकर उन्हें पढ़ाती थी, अब तो इसे सचमुच के बच्चे मिल गए, यह सुनकर सब हँस पड़े। 
बच्चे मन के सच्चे होते हैं। वें आपकी हर बात को बहुत ही ध्यान व उत्साह से सुनते हैं। मैंने अपने विद्यालय में बच्चों के3 अधिगम स्तर में सुधार हेतु निम्नलिखित प्रयास किए-
☀ रोलप्ले माध्यम से शिक्षण कार्य 
☀ प्रार्थना सभा को सुव्यवस्थित व प्रभावकारी बनाना।
☀ योग, व्यायाम, कहानी, सुविचार व सामान्य ज्ञान का नित्य अभ्यास
☀ बच्चों की पर्सनॉलिटी डेवलपमेंट
☀ स्वनिर्मित TLM का प्रयोग
☀ बच्चों के जन्मोत्सव आयोजित करना
☀ नो बैग डे व बाल संसद का प्रभावी तरीके से क्रियान्वयन
☀ कहानी के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जाना
☀ उपस्थिति में वृद्धि हेतु स्टार ऑफ़ द मन्थ का आयोजन 
☀ बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास करना
☀ अभिभावकों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्हें जागरूक करना
☀ बच्चों के अनुशासन पर विशेष ध्यान, बच्चों को मैजिक वर्ड्स की जानकारी प्रदान कर उसके प्रयोग हेतु प्रोत्साहित किया जाना
☀ रुचि में वृद्धि हेतु गेम्स कॉर्नर, लाइब्रेरी व लर्निंग कॉर्नर का निर्माण
☀ सप्ताह भर की पढ़ाई के आंकलन हेतु प्रत्येक शनिवार को टेस्ट का आयोजन व पुरस्कार वितरण
☀ आई0सी0टी0 के प्रयोग से शिक्षण को प्रभावी बनाने का प्रयास
☀ बच्चों का उनके स्तर के अनुसार शिक्षण कार्य किया जाना
☀ जीवन कौशल सम्बन्धी प्रशिक्षण जैसे- सजावटी वस्तुओं का निर्माण, मेंहन्दी, सिलाई, कढ़ाई आदि
☀ विभिन्न प्रकार के TLM के द्वारा विद्यालय की सुन्दरता बढ़ाना
उपरोक्त कार्यों में प्रधानाध्यापिका सहित सम्पूर्ण विद्यालय परिवार मेरी सहायता करता है व साथ ही उत्साहवर्धन भी। इन सभी कार्यों का परिणाम सकारात्मक रहा, जिससे जहां एक ओर बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हुई वहीं दूसरी ओर समाज का  विद्यालय व शिक्षकों के आरती विश्वास भी बढ़ा। प्रयास यही रहता है कि हर दिन बच्चों को कुछ नया दे पाऊँ। आगे भी ऐसे पूरी लगन व मेहनत से कार्य करती रहूँगी जिससे मैं बच्चों का भविष्य सँवारने में सहायक हो सकूँ। 
बस मैं यही मानती हूँ,
*"कुछ किये बिना जय जय कार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।"*
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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