४०९~ प्रियंका (इंचार्ज प्रधानाध्यापिका) उच्च प्राथमिक विद्यालय गवाँ, रजपुरा, सम्भल, उत्तर प्रदेश

       🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- सम्भल से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन प्रियंका जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच एवं समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ सामाजिक विश्वास का केन्द्र बनाने में सफलता प्राप्त की है बल्कि विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय को जनपद एवं मण्डल स्तर तक पहचान और सम्मान दिलाने में सफलता प्राप्त की है, जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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1.👉🏻शिक्षक का परिचय
प्रियंका (इंचार्ज प्रधानाध्यापिका)
उच्च प्राथमिक विद्यालय गवाँ -वि.क्षेत्र- रजपुरा, जनपद- सम्भल, उत्तर प्रदेश

👉🏻2- विद्यालय की समस्यायें:- 12/04/2016 को मेरा ट्रांसफर उच्च प्राथमिक विद्यालय गवाँ में सहायक अध्यापक के पद पर हुआ। मेरे विद्यालय में भौतिक परिवेश तथा शिक्षण सम्बन्धी अनेक समस्यायें थीं। मैंने धीरे-धीरे सारी समस्याओं को जानने का प्रयास किया तथा अपनी पूरी कोशिश की कि बच्चे विद्यालय में शतप्रतिशत आयें और शिक्षा में उनकी रुचि बढ़े।

👉🏻3- विद्यालय की समस्याओं के समाधान के प्रयास:-
सन-2017 में मुझे विद्यालय का चार्ज मिला तथा मैंने सर्वप्रथम विद्यालय के भौतिक परिवेश को आकर्षक बनाने के विषय में सोचा जिससे बच्चों को विद्यालय में नीरसता न आये। विद्यालय में शिक्षण सम्बन्धी पेंटिंग कार्य करवाया तथा विद्यालय में विज्ञान प्रयोगशाला का भी निर्माण करवाया। मैंने बच्चों की उपस्थिति तथा ठहराव हेतु डोर टू डोर अभिभावकों तथा बच्चों से सम्पर्क किया तथा अभिभावकों को उत्तम शिक्षा देने का विश्वास दिलाया। अब मेरे सामने चुनौती थी बच्चों की अधिगम क्षमता की, इसके लिए मैंने काफी प्रयास किये।

👉🏻4- विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:- प्रार्थना के बाद प्रतिदिन पी.टी. तथा उसके बाद हर विषय से पाँच-पाँच प्रश्न बच्चों से पूछती थी जिससे बच्चों को प्रत्येक विषय में रुचि उत्पन्न होने लगी और वह रोज मुझे प्रश्नों के उत्तर याद करके सुनाने लगे। पूरे वर्ष मैंने प्रार्थना सभा के बाद "कौन बनेगा आज का चैम्पियन" प्रतियोगिता की। जिसके फलस्वरूप बच्चों ने पढ़ाई में रुचि लेना प्रारम्भ कर दिया और सभी बच्चों में यह जिज्ञासा रहने लगी कि आज के चैम्पियन वही बनें। सभी प्रश्नों के सही उत्तर देने पर बच्चों को पुरस्कार दिया जाता।




👉🏻5- विद्यालय और विद्यार्थियों की उपलब्धि:- ब्लॉक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में बच्चों की सहभागिता करायी तथा बच्चों ने पी.टी. गोला फेंक, ऊंची कूद तथा रिले रेश में प्रथम तथा द्वितीय स्थान प्राप्त किया उसके बाद जिला स्तर पर भी मेरे विद्यालय की पी.टी. टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय तथा ब्लॉक का नाम रोशन किया और मण्डल स्तर पर मेरे विद्यालय की पी.टी. टीम बिजनौर खेलने गई तथा द्वितीय स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया इसके अतिरिक्त विद्यालय में मीना कक्ष का निर्माण कराया जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो, बच्चे हर शनिवार को अनेक समस्याओं पर चर्चा करते हैं तथा उन समस्याओं का स्वम् ही निस्तारण भी करने लगे हैं, बच्चों की सोच तथा समझ में परिवर्तन हो रहा है। विद्यालय की शोभा अध्यापक एवं बच्चों से ही है और हमें नितप्रतिदिन ईमानदारी से उन बच्चों के भविष्य का निर्माण करना है।अतः मेरा यही प्रयास रहता है कि बच्चे अधिक से अधिक ज्ञानार्जन करें। अब मेरे विद्यालय के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्रीड़ा प्रतियोगिता, निबन्ध, रंगोली, क्राफ्ट कार्य आदि सभी प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं तथा मैं समय- समय पर बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें पुरस्कृत भी करती हूँ। विद्यालय की दैनिक गतिविधियों में समय से प्रार्थना, समय सारिणी से शिक्षण कार्य, एम.डी.एम. वितरण, फल वितरण, दूध वितरण, ड्रैस वितरण, बैग वितरण, जूता-मौजा वितरण का कार्य शतप्रतिशत पूर्ण किया गया।बच्चों की संख्या बढ़कर अब 104 हो गई है।











👉🏻6- शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ:- इस प्रकार बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की वांछनीयता को पूर्ण करने की दिशा में मेरा यह लघु प्रयास रहा जो निरन्तर जारी रहेगा। मुझे मिशन शिक्षण संवाद परिवार में एक महत्वपूर्ण स्थान मिला तथा मुरादाबाद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा सम्मानित किया गया। इन सभी कार्यों की प्रेरणा मुझे जिला संयोजिका मिशन शिक्षण संवाद टीम सम्भल श्रीमती शालिनी सक्सेना मैडम से मिली, उन्होंने ही मेरा मार्गदर्शन किया है तथा मैं ह्रदय से उनकी आभारी हूँ।

👉🏻7- मिशन शिक्षण संवाद के लिए सन्देश:- मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षकों को बहुत अधिक प्रेरणा मिल रही है जिसे वह अपने शिक्षण कार्य में सम्मलित कर छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। शिक्षकों के लिए यह एक ऐसा मंच है जिससे वह अपनी बात को सभी तक पहुँचा सकते हैं।
🌈इंसान की जिंदगी में कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता।
जीतता वही इंसान है जो डरता नहीं है।
डर मुझे भी लगा फ़ासला देखकर
लेकिन,
मैंने कभी हिम्मत नहीं हारी,
मैं आगे बढ़ती गई रास्ता देखकर ,
मेरी मंजिल खुदबखुद मेरे नजदीक आती गई।🌈

संकलन: शालिनी सक्सेना
मिशन शिक्षण संवाद सम्भल

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बन्धित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
सादर: विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
03-02-2020

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