४१५~ मूलचन्द्र (प्र०अ०) प्रा० वि० सूरतगढ़ ब्लॉक- अतरौली, जनपद- अलीगढ़ राज्य- उ०प्र०

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- अलीगढ़ से अनमोल रत्न शिक्षक भाई मूलचन्द्र जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से सरकारी शिक्षा के रूप में प्राप्त होने वाली अनेकों प्रतिकूलताओं का सामना करते हुए, न सिर्फ उनका समाधान कर परिस्थितियों को अनुकूल बनाया, बल्कि विद्यालय को समाज में एक विश्वास के रूप में भी स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
 
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2572312476379667&id=1598220847122173

👉1- शिक्षक का परिचय
मूलचन्द्र (प्र०अ०) प्रा० वि० सूरतगढ़
ब्लॉक- अतरौली, जनपद- अलीगढ़
राज्य- उ०प्र०
प्रथम नियुक्ति- 02/07/2007
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति -08/08/2013

👉2- विद्यालय की समस्यायें:-
(1) किसी कक्षा में खिड़की दरवाजे न होना।
(2) छात्र संख्या कम होना।
(3) उपस्थिति कम होना।
(4) जल खराब होना।
(5) शौचालय टूटे-फूटे होना।
(6) विद्यालय व कक्षा-कक्षों का सौन्दर्यीकरण न होना।
(7) राष्ट्रीय पर्वो पर प्रभात फेरी व सांस्कृतिक कार्यक्रम न होना।

👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
🥀A. स्वयं के प्रयास से: मैंने अपने प्रयास से सभी समस्याओं पर ध्यान दिया और घर-घर सम्पर्क करके छात्र संख्या बढ़ाई जो तीन वर्ष में ही 93 से 180 तक पहुँच गई और आज भी 172 है। संख्या में चढ़ाव उतार गाँव में प्राइवेट स्कूल खुलने से हो रहा है।
🥀B. अन्य शिक्षकों ने विद्यालय को धनराशि प्रदान की गई तथा मैंने भी दी जिससे समस्यों का समाधान हुआ।
🥀C. ग्राम प्रधान जी ने गेट का निर्माण कराया जिससे काफी समस्या दूर हो गई।
🥀D. शासन का सहयोग:- उस समय शासन का सहयोग पूरे वर्ष में मात्र 5000₹ व 8000₹ पुताई हेतु आते थे उनसे कार्य किया गया तथा गतवर्ष कम्पोजिट ग्राण्ट 50,000₹ से काफी काम किया गया है।
🥀E. जन सहभागिता:- समाज के नागरिकों ने मेरे कार्य और व्यवहार को देखकर बहुत सहयोग किया डीलर महोदय ने 11000₹ बी०डी०सी० महोदय ने 8000₹ व ग्रामप्रधान जी ने 6000₹ दिये जिससे मैनें कुछ और सहयोग करके फर्नीचर व प्रोजेक्टर युक्त दो स्मार्ट क्लास बनवाई है।
🥀F. अन्य सहयोग: अन्य ग्रामीण भी राष्ट्रीय कार्यक्रमों मैं आकर दानरुप कुछ धन देते हैं इसे भी मैं स्कूल में ही खर्च करता हूँ।












👉4. विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधि:-
🥀A. खेल विधि तथा प्रयोगात्मक विधि तथा प्रश्नावली विधि रहती है।
🥀B. सांस्कृतिक कार्यक्रम- सांस्कृतिक में हम प्रार्थना सभा को वाद्य यंत्रों के साथ करते हैं जिसमें प्रार्थना, राष्ट्रीय गान व राष्ट्रीय गीत के साथ ही गायत्री मंत्र, प्रातः स्मरण मंत्र, शान्ति पाठ तथा मध्याकाश में भोजन मंत्र मूल रुप से शामिल है। राष्ट्रीय पर्चों पर विद्यालय स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अन्य कार्यक्रमों में जिला स्तर तक छात्र प्रतिभाग करते हैं।
🥀C. सामाजिक गतिविधियों- समाज के सभी नागरिकों को विभिन्न कार्यक्रमों में आमन्त्रित करते है तथा समय-समय पर घर-घर सम्पर्क अभिमान भी हमारी तरफ से होता है।
🥀D. खेलकूद गतिविधियाँ- खेलकूद में विद्यालय से प्रारम्भ कर राज्य स्तर तक छात्रों को प्रतिभाग कराता हूँ।

👉5. विद्यालय और विद्यार्थियों की उपलब्धि:-
🥀A. नांमाकन विवरण- जो 2013 में 93 था आज 172 है।
🥀B. उपस्थिति- जो पूर्व में 50-55% थी आज 70-80% है।
🥀C. विद्याथियों द्वारा प्राप्त पुरस्कारों का विवरण-खेलकूद प्रतियोगिता में मण्डल स्तर तक उमेश कुमार कक्षा- 5 ने गोल्ड मेडल जीता है सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में भी चंचल कक्षा- 5 ने एन०पी०आर०सी० पर गोल्ड जीता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों ने ब्लॉक स्तर तक प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
🥀D. यहाँ से जाने वाले छात्र हाईस्कूल व इण्टरमीडियट परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।


























👉6- शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ:
🥀A. शिक्षकों के नवाचारों का विवरण-
1-खेल-खेल में शिक्षा।
2. कहानी व नाटक विधि से शिक्षण जैसे TENSE की कहानी आदि।
🥀B. शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों का विवरण- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने में गाँव के जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मान उत्कृष्ट शिक्षक चुनाव में चुने जाने पर ब्लॉक स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मान (2009)
🥀C. शिक्षकों के विभिन्न पुरस्कारों का विवरण-
1. कहानी प्रतियोगिता में जिला स्तर पर Top-10 में पुरस्कृत
2. मिशन शिक्षण संवाद द्वारा गत वर्षों में 2 बार सम्मानित।
3. सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज अतरौली में आयोजित उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान में महामहिम राज्यपाल जी द्वारा सम्मानित।
D. अन्य उपलब्धियाँ- 5 भाषाओं (हिन्दी, कन्नड़, मलयालम, तेलगू, अवधी) पर हारमोनियम बजाने पर CCRT हैदराबाद के तत्कालीन डायरेक्टर सर द्वारा सम्मानित।

👉7. मिशन शिक्षण संवाद के लिये संदेश- हम सभी शिक्षकों को एक मंच के रुप में मिशन शिक्षण संवाद मिला है मेरा यही कहना है कि से सारी गतिविधि अपने सभी विद्यालयों में आयोजित करायी जाये आपके माध्यम से जिससे हमारा व आपका सम्मान बढ़ता रहे।

👉8. शिक्षक समाज के लिये- सभी शिक्षकों से अपेक्षायें करना चाहूँगा कि अपने-अपने विद्यालयों में सभी प्रकार की गतिविधियों को अपनायें तथा छात्रों का भविष्य संवारे।

👉9. सहयोगी विद्यालय परिवार:- कु० खुशबू (स०अ०), श्रीमती प्रेरणा लोधी (स०शि०मि०), श्रीमती पुष्पा कुमारी (स०शि०मि०)

आपका साथी:
मूलचन्द्र (प्र०अ०) प्रा०वि० सूरतगढ़, अतरौली (अलीगढ़) उ०प्र०

संकलन एवं सहयोग: यतेन्द्र सिंघल
टीम मिशन शिक्षण संवाद अलीगढ़

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना,अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग,सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

🙏विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
17-02-2020

Comments

Post a Comment

Total Pageviews