३३०~ मेवालाल चौरसिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकनथा, मिल्कीपुर, अयोध्या

🏅अनमोल रत्न 🏅

💁‍♂ मित्रों आज हम आप का परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद अयोध्या से अनमोल रत्न शिक्षक भाई मेवालाल चौरसिया जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच एवं प्रेरक शिक्षण गतिविधियों के माध्यम से अपने विद्यालय के बच्चों के लिए आकर्षक एवं अभिभावकों के लिए विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम जैसे अनेकों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।

💁‍♂आइये देखते हैं आप के द्वारा किये गए कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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अध्यापक का नाम- मेवालाल चौरसिया
पद नाम-सहायक अध्यापक
विद्यालय में नियुक्ति वर्ष-2011
विभाग में नियुक्ति -2 जनवरी- 2006

मैं मेवालाल चौरसिया सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकथना, मिल्कीपुर अयोध्या। वर्तमान विद्यालय में मेरी नियुक्ति वर्ष 2011 में हुई थी। मेरी नियुक्ति के समय विद्यालय की दशा और दिशा दोनों पटरी पर नहीं थी। विद्यालय में शिक्षा का स्तर काफी न्यून था, विद्यालय चारों ओर से झाड़ियों से घिरा था। जिसके कारण विद्यालय में आये दिन सांप बिच्छू निकलते रहते थे। विद्यालय में 50 बच्चे नामांकित थे। लेकिन 10 - 15 बच्चों से ज्यादा उपस्थित नहीं होते थे। मन में घोर निराशा छा गयी, फिर भी दृढ़ संकल्प के साथ यह निश्चय करके कार्य प्रारम्भ किया कि इस विद्यालय को बदल कर जंगल में ही मंगल करते हुए विद्यालय को उत्कृष्ट बनाना है।


👉सबसे पहले विद्यालय के आस-पास की झाड़ियों को कटवाकर साफ सुथरा करवाया। विद्यालय में क्यारियां बनवाकर फूल-पौधों को रोपित किया। विद्यालय की रंगाई- पुताई कराकर आकर्षक बनाया धीरे-धीरे प्रयास करते- करते विद्यालय का वातावरण सुरम्य, मनोहर, फूल पौधों से युक्त आकर्षण का केंद्र बन गया।





👉छात्र उपस्थित के लिए लगातार अभिभावकों से सम्पर्क करके बच्चों को नियमित प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया, जिसके कारण बच्चों की उपस्थिति 90-95% रहने लगी।

👉नामांकन - शैक्षिक सत्र 2012-13 से अब तक प्रत्येक शैक्षिक सत्र में 100+ संख्या रहती है। वर्तमान में 109 बच्चे नामांकित हैं। प्रत्येक शैक्षिक सत्र में अधिक से अधिक नामांकन का लक्ष्य प्राथमिकता में रहता है।
👉प्रार्थना सभा:- विद्यालय में प्रतिदिन अलग-अलग प्रार्थना होती है एवं नियमित पी०टी० और योगाभ्यास कराया जाता है। छुट्टी के समय प्रतिदिन बदल-बदल कर प्रेरणा गीत कराया जाता है।
👉छात्र डायरी:- प्रत्येक छात्र को मेरे द्वारा छात्र डायरी अपने व्यक्तिगत मद से दी जाती है। बच्चों के पास छात्र डायरी होने से अभिभावकों से संपर्क बराबर बना रहता है। बच्चे गृह कार्य नोट करने में भी डायरी का उपयोग करते हैं।
👉गतिविधि आधारित शिक्षण को अपनाने के कारण विद्यालय में बच्चे रुचिपूर्वक शिक्षा ग्रहण करते हैं।परिणाम स्वरूप बच्चों की उपस्थिति एवं ठहराव में गुणात्मक सुधार हुआ।
👉विद्यालय में समय-समय पर आर्ट, क्राफ्ट, मेंहदी, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन के कारण छात्र/छात्राओं में सक्रिय जागृति हुई जिससे छात्र/छात्राओं ने कक्षा-कक्ष को विभिन्न तरीके से सुसज्जित किया।
👉विद्यालय में महापुरुषों की जयंती, बाल दिवस, राष्ट्रीय पर्वों को समारोह पूर्वक मनाया जाता है।
👉जन्मदिन:- विद्यालय में बच्चों का जन्म दिन धूम धाम से मनाया जाता है। जिस बच्चे का जन्म दिन होता है उसे विद्यालय की ओर से एक गिफ्ट पैक दिया जाता है और वह बच्चा अपने सभी साथियों को टॉफी आदि बांटता है। इससे सभी बच्चों का विद्यालय से और विशेष कर मुझसे बहुत ज्यादा लगाव बढ़ा।
👉प्रत्येक शनिवार को बालसभा का विधिवत आयोजन जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद- विवाद प्रतियोगिता, अन्ताक्षरी आदि कराया जाता है।
👉विद्यालय में वृहद स्तर पर पौधारोपण अभिभावकों एवं बच्चों के साथ मिलकर किया जिससे विद्यालय अब हर भरा दिखता है।
👉वार्षिक उत्सव एवं विदाई समारोह का आयोजन समस्त अभिभावकों एवं गांव के सम्मानित व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता है।
👉विद्यालय में पर्याप्त भूमि होने से कृषि विज्ञान के तहत बच्चों से किचेन गार्डेन बनाया गया है जिसमें कई प्रकार की सब्जियां उगाई जाती हैं।
👉 स्वयं व्यक्तिगत खर्च से बच्चों के शैक्षिक भ्रमण की व्यवस्था।




👉पुस्तकालय एवं विज्ञान लैब को विकसित किया।
👉पेयजल एवं शौचालय की उत्तम व्यवस्था ।
👉ब्लाक और जनपद स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चे प्रतिभाग एवं स्थान प्राप्त करते हैं।

📋कार्य को मिला सम्मान:-

👉विद्यालय के प्रति समर्पण और छात्र/छात्राओं के सर्वांगीण विकास के कारण वर्ष 2015 में सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक फैज़ाबाद मण्डल) आदरणीय श्री योगेंद्र कुमार और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फैज़ाबाद आदरणीय श्री प्रदीप कुमार द्विवेदी जी ने प्रशस्ति -पत्र देकर सम्मानित किया।
👉वर्ष-2016 में विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के लिए क्षेत्रीय विधायक माननीय श्री अवधेश प्रसाद जी से प्रशस्ति -पत्र प्राप्त हुआ।
👉 वर्ष- 2017 में 5 सितम्बर को खण्ड शिक्षा अधिकारी मिल्कीपुर आदरणीय श्री संजय कुमार जी ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।





संदेश - "व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोंचता है वही बन जाता है।"

"खुद वो बदलाव बनिये जो दुनियां में आप देखना चाहते है।"

साभारः मेवालाल चौरसिया
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकनथा, मिल्कीपुर, अयोध्या

✏संकलन:
अतीकुर्रहमान
📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।

नोट:-आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने,आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 & 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

साभार
📝टीम मिशन शिक्षण संवाद

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