कौन है नारी

कौन है नारी?
भाव संवेदनाओं की,
जीवंत एक धारा।
श्रद्धा और ममता की,
नेह के बंधन की।
खुशियों की फुलवारी है।
           वही तो नारी है।
घर आँगन की,
सम्बंधों के शीतल से,
बरसते सावन की।
जीवन की, आशाओं की,
गूँजती एक किलकारी है।
              वही तो नारी है।
परिवार की आधार,
ममता की रसधार।
जीवन के उमंग की,
जीवन के रंग की।
जो सहचर हमारी है।
              वही तो नारी है।
एक भाई का दुलार,
पिता माता का प्यार।
समाज की आधार,
बनाती संवारती संसार।
जीवन  बगिया की
महकती सी क्यारी है।
माँ हमारी भी एक नारी है।
             वही तो नारी है।।

रचयिता
सतीश चन्द्र "कौशिक"
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अकबापुर,
विकास क्षेत्र-पहला, 
जनपद -सीतापुर।

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