अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक,86,आभा तिवारी,फ़िरोज़ाबाद
*👩🏻🏫अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
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*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण- 86*
(दिनाँक- 28 मई 2019)
नाम- आभा तिवारी
पद- प्रधानाध्यापक
विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय मदावली, टूण्डला
जनपद- फ़िरोज़ाबाद।
सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-
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*मेरा विद्यालय बदल रहा है।*
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प्रथम नियुक्ति तिथि- 21 दिसम्बर 1999
वर्तमान विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने की तिथि- 13/03/2005
महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्य में बालिकाओं को उच्च शिक्षा हेतु प्रेरित करना है। *"हम घर पर नहीं बैठेंगे"* अभियान के तहत जो बालिकाएँ कक्षा 8 वे बाद घर पर बैठ जाती थीं अर्थात शिक्षा ग्रहण नहीं करती थीं, उनको कक्षा 9 में प्रवेश दिलाकर आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया गया। वर्तमान में गाँव की सभी बालिकाएँ साइकिल द्वारा इण्टर कॉलेज में पढ़ने जाती हैं।
इसके लिए प्राथमिक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी गयी और उनका सर्वांगीण विकास किया गया। आज मुझे खुशी है कि बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं।
*प्राथमिक विद्यालय मदावली, टूण्डला, फ़िरोज़ाबाद।*
1. *विद्यालय का भौतिक परिवेश-* हमारा विद्यालय NH2 से 1 किमी0 दूरी पर स्थित है। विद्यालय में लगभग 85 पेड़ हैं। फूलों की क्यारियां और घास के बगीचों के कारण विद्यालय का वातावरण हरा-भरा एवं सौन्दर्य से परिपूर्ण है। विद्यालय में 06 कक्षाकक्ष, 01 कार्यालय, किचेन शेड, 01 भण्डार गृह, बालक-बालिकाओं हेतु अलग अलग 1-1 शौचालय एवं 2-2 मूत्रालयों की व्यवस्था है। छात्र छात्राओं के लिए खेल का मैदान भी उपलब्ध है। विद्यालय में पेयजल व्यवस्था हेतु सबमर्सिबल द्वारा 10 नलों की व्यवस्था है। मूत्रालय एवं शौचालय में टंकी व नल की अलग से व्यवस्था है। विद्यालय में चहारदीवारी पूर्ण व अच्छी अवस्था में है। विद्यालय में बिज़ली की समुचित व्यवस्था है। सभी कक्षा-कक्षों में पंखे व ट्यूबलाइट उपलब्ध हैं।
*2. नामांकन-* विद्यालय में वर्तमान में 175 छात्र संख्या है। जिसमें 90 लड़के और 85 लड़कियाँ हैं। विगत कई वर्षों से 150 से अधिक छात्र संख्या रही है। हम लोगों के द्वारा नामांकन हेतु स्कूल चलो अभियान के तहत रैली निकालकर, घर घर सम्पर्क कर, नुक्कड़ नाटक द्वारा शिक्षा का महत्व बताते हुए सरकारी विद्यालय में नामांकन हेतु आकर्षित किया जाता है।
मदावली गाँव में 6 से 14 वर्ष के कुल बच्चे 345 हैं, जिसमें विगत वर्ष 179 प्राथमिक विद्यालय मदावली में, 85 बच्चे उच्च प्राथमिक विद्यालय में नामांकित हैं। यद्यपि विद्यालय से कुछ दूरी पर ही 6 पब्लिक स्कूल संचालित हैं, जिनमें गाँव के 81 बच्चे जाते हैं। यह हमारे विद्यालय की उपलब्धि दर्शाता है। अभी हम पब्लिक स्कूल में जाने वाले बच्चों को अपने विद्यालय में नामांकित कराने हेतु प्रयासरत हैं।
*3. शैक्षणिक गतिविधि-* विद्यालय में एक प्र0अ0 श्रीमती आभा तिवारी,3 स0अ0 श्रीमती शिप्रा अग्रवाल, श्रद्धा अग्रवाल, संतोष कुमारी एवं 3 शि0मि0 श्रीमती रंजना जादौन, सरस्वती देवी व कोमल सिंह हैं, जिनके द्वारा शिक्षण कार्य किया जाता है। इन सभी के द्वारा शिक्षण कार्य को रोचक तथा व्यवस्थित बनाने के लिए पाठ्यक्रम कैलेण्डर का प्रयोग किया जाता है। शिक्षक डायरी का पूर्ण रूपेण उपयोग किया जाता है तथा समय सारिणी का भी भलीभाँति प्रयोग किया जाता है।
*4.बाल संसद* बच्चों में ज़िम्मेदारी की भावना विकसित करने हेतु प्रतिवर्ष बाल संसद का गठन होता है। बाल संसद के गठन में प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष मनोनीत किये जाते हैं। साथ ही सदन जैसे गृह विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विभाग, खोया पाया विभाग,मिड डे मील विभाग, पुस्तकालय एवं विज्ञान विभाग, खेलकूद एवं सांस्कृतिक विभागों के मनोनीत छात्र छात्राओं को उत्तरदायित्व तथा कार्य दिये जाते हैं।
*5.बाल सभा* प्रत्येक शनिवार बच्चों द्वारा बाल सभा आयोजित की जाती है। जिसमें बच्चे अपनी प्रतिभाओं जैसे-गायन, नृत्य, कविता आदि का प्रस्तुतिकरण करते हैं।
*6.बाल पत्रिका एवं पुस्तकालय* बच्चों द्वारा प्रत्येक माह बाल पत्रिका मदावली जागरण का सम्पादन किया जाता है। जिसमें वें अपने आसपास की सूचना, समाचार अन्य क्रियाकलापों का विवरण देते हैं।
पुस्तकालय में संकलित पुस्तकों का सभी कक्षाओं द्वारा नियमित वाचन किया जाता है। पुस्तकालय की व्यवस्था *"GROW BY"* विधि के अनुसार की गयी है। जिससे बच्चे सुगमता से पुस्तक ले सकें।
*7.खेलकूद* विद्यालय में डम्बल, लेजिम, बास्केटबॉल,बैटमिंटन, फुटबॉल, क्रिकेट, बॉलीबाल आदि की समुचित व्यवस्था है। साथ ही बच्चों को ड्रम द्वारा मार्चपास्ट व पीटी कराई जाती है। योगा का भी नियमित अभ्यास कराया जाता है। समय समय पर समुदाय ले सहयोग से खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। जिसमें 400 मी0 रिले दौड़, 100 मी0 फर्राटा दौड़, लम्बीकूद आदि खेल कराए जाते हैं।
*8. सांस्कृतिक कार्यक्रम* विद्यालय मेम सभी राष्ट्रीय पर्वों जैसे- 15 अगस्त, 26 जनवरी, बाल दिवस, गाँधी जयन्ती, शिक्षक दिवस आदि पर बच्चों द्वारा नाटक, नृत्य, गायन, कविसम्मेलन आदि में उत्कृष्ट प्रस्तुति दी जाती है।
*9. मिड डे मील* सभी बच्चों को मेन्यू के अनुसार प्रतिदिन थाली, चम्मच, गिलास का प्रयोग कर व्यवस्थित तरीके से शुद्धव पौष्टिक एवं गर्म मिड डे मील का वितरण किया जाता है। दूध व फ़ल का वितरण क्रमशः सिंवर व बुधवार को किया जाता है। प्रत्येक सोमवार बच्चों को आयरन एवं प्रत्येक 6 माह पर एल्बेंडाजोल की टैबलेट दी जाती है। जिससे वें स्वस्थ रहें। माँ समूह के द्वारा MDM की गुणवत्ता की नियमित जाँच की जाती है।
*9. सामुदायिक सहयोग* गाँव के शिक्षित युवाओं द्वारा ग्राम बाल विकास का गठन किया गया है। इनके द्वारा प्रत्येक वर्ष जानवरी माह में अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन कराकर बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को निखारकर पुरस्कार प्रदानकर बच्चों को प्रोत्साहित किया जाता है। समुदाय द्वारा क्विज़ एवं कला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें गाँव के सभी बच्चे प्रतिभाग करते हैं। हमें यह बताते हुए हर्ष होता है कि हमारे विद्यालय कर बच्चे अन्य स्कूलों के बच्चों से आगे रहते हुए प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करते हैं। अतः हम समुदाय के आभारी हैं, जिससे हमारे बच्चे सभी क्षेत्रों में प्रेरित व प्रोत्साहित रहते हैं।
*10. विद्यालय प्रबन्ध समिति* SMC की प्रत्येक माह की 6 तारीख़ को नियमित बैठक ली जाती है। जिसमें सभी सदस्य तथा अध्यक्ष नियमित प्रतिभाग करते हुए विद्यालय में होने वाले समस्त क्रियाकलापों में सकारात्मक सहयोग प्रदान करते हैं।
शिक्षकों द्वारा बालकेन्द्रित व रुचिपूर्ण शिक्षा देने का पूर्ण प्रयास किया जाता है। इसके लिए वें पाठ्यक्रमानुसार विभिन्न विधियों एवं गतिविधियों, क्रियाकलापों आदि का प्रयोग किया जाता है। जिनमें से प्रमुख है- रोलप्ले अथवा अभिनय द्वारा, खेल खेल में , कौन बनेगा विषय गुरु, प्रोजेक्टर द्वारा, खेल विधि (साँप सीढ़ी, ग्रिड गेम, चक्के पे चक्का) समूह चर्चा, कठपुतली, फ्लैश कार्ड, चार्ट, मॉडल का निर्माण करके आदि हैं। उपरोक्त सभी गतिविधियों का प्रयोग कर पाठ्यक्रम सरल, रोचक व धारणा में स्थायित्व प्रदान किया जाता है। साथ साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु कला, संगीत, नैतिक मूल्यों, कार्यानुभव, बागवानी आदि में प्रतिभाग करा प्रोत्साहित किया जाता है।
बच्चों को कविता, कहानी नाटक द्वारा मौलिक अभिव्यक्ति का समुचित अवसर प्रदान किया जाता है। समय समय पर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कराया जाता है, जिससे वें एक अच्छे नागरिक हेतु भविष्य के लिए प्रेरित हों। बच्चों को स्वयं करके सीखने का अवसर प्रदान किया जाता है।
*11. शिक्षक अभिभावक बैठक* प्रत्येक माह की 30 या 31 तारीख को PTA आयोजित की जाती है। जिसमें शिक्षक अभिभावकों से बच्चों की उपलब्धि एवं अन्य सम्बन्धित समस्याओं के सम्बन्ध में विचार विमर्श करते हैं।
*12. स्वास्थ्य एवं स्वच्छता* शिक्षकों द्वारा प्रत्येक बच्चे की व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चों द्वारा स्वच्छता किट का समुचित प्रयोग किया जाता है। साथ ही बच्चे गाँव के लोगों को भी खुले में शौच न जाने तथा गाँव की साफ सफ़ाई रखने के लिए ग्राम वासियों को रैली द्वारा, नुक्कड़ नाटक द्वारा स्वच्छता हेतु प्रेरित करते हैं।
*13.शैक्षणिक सम्प्राप्ति* हमारे विभिन्न प्रयासों द्वारा सभी कक्षाओं के बच्चे अपना पूरा पाठ्यक्रम भलीभाँति तैयार करते हैं जिससे हमारे विद्यालय का परीक्षा परिणाम उच्च कोटि का रहता है। वर्षिक परीक्षाफल वितरण के अवसर पर प्रथम से पंचम स्थान यक आने वाले प्रत्येक कक्षा के बच्चों को ग्राम प्रधान, SMC सदस्य तथा सम्भ्रान्त व्यक्तियों के करकमलों द्वारा पुरस्कार वितरण कराया जाता है।
*14. वार्षिक उपस्थिति दर* विद्यालय में प्रत्येक कक्षा में उपस्थिति कैटेगरी चार्ट का निर्माण किया जाता है। जिसमें 3 श्रेणी में विभाजन किया जाता है- हरा, पीला एवं लाल जो उत्तम औसत एवं निम्न श्रेणी को दर्शाता है। इससे हमारी वार्षिक उपस्थिति दर 75% रहती है। जिस बच्चे की अपनी अपनी कक्षा में सर्वश्रेष्ठ उपस्थिति रहती है उसे *STAR OF THE YEAR* का ख़िताब दिया जाता है।
*15. आकस्मिक निरीक्षण* विद्यालय में समस्य समय पर केन्द्रीय टीम, राज्य स्तरीय टीम, मण्डलीय टीम, जनपद स्तरीय अधिकारियों, टास्क फ़ोर्स आदि के द्वारा विद्यालय का अनेकों निरीक्षण किया गया। हमें बताते हुए गौरव महसूस होता है कि उपरोक्त के द्वारा विद्यालय की प्रसंशा की गयी और अनेक प्रशस्तिपत्रों की प्राप्ति हुई।
*"अपने छात्रों में सृजनात्मक भाव और ज्ञान का आनन्द जगाना ही शिक्षक का महत्वपूर्ण गुण है।"*
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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