३२६~ शबीना खान, कन्या प्राथमिक विद्यालय तत्यौरा विकास खण्ड- बावन जनपद- हरदोई

🏅 अनमोल रत्न 🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-हरदोई से एक ऐसे विद्यालय एवं अनमोल रत्न शिक्षिका बहन से करा रहे हैं जिन्होंने मिशन शिक्षण संवाद के संदेश वाक्य "आओ हाथ से हाथ मिलाएं। बेसिक शिक्षा का मान बढाएं" को आगे बढ़ाने के लिए अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से सम्पूर्ण विद्यालय को संगठित रखते हुए, अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों:-
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कन्या प्राथमिक विद्यालय तत्यौरा
विकास खण्ड- बावन
जनपद- हरदोई
अध्यापक का नाम- शबीना खान
पदनाम- सहायक अध्यापिका
नियुक्ति- 08/09/2016

💁🏻 विद्यालय में किये जाने वाले कार्य--

👉(1) शिक्षा को रोचक एवं गुणवत्तापरक बनाने के लिए तथा बच्चों की लगातार उपस्थिति बढ़ाने हेतु गतिविधि आधारित शिक्षा, प्रत्येक विषय को खेल-खेल में, विषय सम्बन्धित टीएलएम निर्माण, पेंटिंग आदि के माध्यम से रुचिकर बनाया गया जिससे बच्चों में विद्यालय आने और ठहराव के लिए प्रेरणा जाग्रत हुई।

👉(2) पौधारोपण के लिए प्रेरित किया गया बच्चों द्वारा उनके पौधे लगवाए गए व उनकी टैगिंग की गई ।उनके लगाए पेड़ों की सुरक्षा का दायित्व दिया गया। विद्यालय ने रेड टेप मूवमेंट (लाल फीता बांधकर) में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और विद्यालय में लगे पौधों को सुरक्षित रखने का प्रण किया। पौधारोपण का यह कार्य प्रत्येक उत्सव पर किया जाने लगा। परिणामस्वरूप वातावरण, पर्यावरण संरक्षण की भावना का विकास हुआ।




👉(3)विद्यालय में कला व क्राफ़्ट कार्यों का आयोजन किया गया सभी छात्र/छात्राओं ने सक्रिय सहभागिता दिखाई तथा स्वयं कक्षा-कक्ष को सुसज्जित किया।


👉(4) प्रार्थना सभा समय बढ़ाया गया। जिसमें संगीतमय प्रार्थना, प्रेरणागीत, सामान्यज्ञान प्रश्नोत्तर, सुविचार, पीटी, स्वच्छता, बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु ताली, बच्चों के द्वारा कवितापाठ आदि प्रारम्भ किया गया।

👉(5) छात्र छात्राओं का शारीरिक व मानसिक विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रार्थना सभा के पश्चात प्रतिदिन योगाभ्यास किया जाने लगा।


👉(6) नामांकन में वृद्धि हेतु गांव भ्रमण जनसंपर्क द्वारा सामुदायिक सहभागिता प्राप्त की। रैलियां, खुली बैठक द्वारा वास्तविक नामांकन किया गया, अभिभावकों से परिचर्चा द्वारा बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित व जागरुक किया साथ ही बच्चों के बाल श्रम को रोकने के लिए प्रेरित किया गया।परिणामस्वरूप प्राइवेट विद्यालय स्कूल से बच्चे इस परिषदीय विद्यालय की ओर उन्मुख हुए।

👉(7) उपस्थिति बढ़ाने के लिए सर्वाधिक मासिक उपस्थिति वाले छात्र/छात्राओं को स्माइली बैज दिए गए, जिससे उनमें उत्सुकता बढ़े और वे अधिक से अधिक उपस्थित रहने के प्रति प्रयत्नशील रहें।

👉(8) कक्षावार मॉनिटर बनाये गए, जिससे कम अध्यापक संख्या में भी कार्य बाधित न हो व कक्षा कार्य को सुगम बनाया जा सके।

👉(9) बाल संसद का गठन किया गया। बच्चों को उनके दायित्वों का बोध कराया गया। इससे बच्चों में संसद व मन्त्री के प्रति उनके कार्यों आदि के प्रति समझ विकसित हुई। दायित्व समझने व बच्चों के प्रोत्साहन हेतु उन्हें उनके पदनाम का बैज दिया गया।

👉(10) नवाचार हेतु प्रतिदिन आवश्यकतानुसार कार्य किये गए गतिविधि आधारित शिक्षा, लाइब्रेरी, शिक्षा खेल आदि को विकसित किया गया।



👉(11) विभिन्न पर्वों पर प्रतियोगिताएं व मंच पर बच्चों को प्रतिभाग करने का मौका दिया। विजय प्राप्त किये बच्चों को प्रोत्साहन हेतु पुरस्कार वितरण किया जाता रहा है।

👉(12) महापुरुषों की जयंती, बाल दिवस, खेल दिवस आदि महत्वपूर्ण दिवसों का आयोजन किया जाता रहा है।

👉(13) प्रत्येक शनिवार नो बैग डे के अवसर पर बच्चों के द्वारा क्राफ़्ट/कला कार्य द्वारा कला के क्षेत्र में उनके मनोबल को बल मिला। कहानी, नाटक मंचन आदि विभिन्न क्रियाकलापों के द्वारा बच्चों के व्यक्तित्व निखार का पूर्ण प्रयास किया गया। इन सब से बच्चों का व्यक्तित्व निखरा ही साथ ही नाटक द्वारा महापुरुषों के व्यक्तित्व को जानने का अवसर प्राप्त हुआ।

👉(14) विद्यालय जिलाधिकारी महोदय द्वारा कुपोषण मिशन के अंतर्गत गोद लिया गया है। इसकी वजह से समय-समय पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया जाता है। साथ ही छात्र/छात्राओं की शैक्षिक गुणवत्ता का भी परीक्षण किया जाता रहता है और महोदय के द्वारा सदैव बच्चे प्रसंशा प्राप्त करते हैं। निरीक्षण की सूचना मीडिया द्वारा प्रेषित की जाती रही है।


👉(15) एमडीएम में स्वच्छता के मानक पूर्ण करने हेतु जिलाधिकारी महोदय के आदेशानुसार आदर्श रसोई घर व खाना खाने के लिए पत्थर स्लैब का निर्माण करवाया गया।

👉(16) प्रबन्ध समिति/माता समूह/ अभिभावक बैठक विभिन्न मुद्दों पर प्रतिमाह की गई बैठक, छात्र उपस्थिति/नामांकन/ स्वच्छता पर चर्चा परिचर्चा में सभी का सहयोग प्राप्त हुआ।




















📋सफलताएँ---

👉(1) उक्त कार्यों के परिणामस्वरूप छात्रों को सफलता के रूप में जनपद स्तर पर आयोजित ज़िला क्रीड़ा प्रतियोगिता में आदरणीय जिलाधिकारी व अन्य अधिकारीगण के समक्ष सामूहिक नृत्य प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ और उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना भी की गई।
👉(2) जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 26 जनवरी 2019 को प्रधानाध्यापिका श्रीमती निशा बाजपेयी जी को उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
👉(3) इसके उपरान्त साण्डी पक्षी विहार महोत्सव(08/11/18) में, जो कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा आयोजित किया गया था, विद्यालय के छात्र/छात्राओं ने रंगोली, भाषण व चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। जिला स्तर पर रंगोली टीम ने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। चित्रकला में छात्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नन्हें बच्चों की इस सफ़लता की जिलाधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सराहना व प्रशंसा हुई तथा विजेता बच्चे पुरस्कृत किये गए। साथ ही मीडिया ने स्थान भी दिया।
👉🏻 विद्यालय परिवार विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहेगा। भविष्य में सभी शैक्षिक गतिविधियों में सक्रिय सहभागिता रहेगी।
साभार:
शबीना खान एवं समस्त विद्यालय स्टाफ

संकलन: आशीष शुक्ला
टीम मिशन शिक्षण संवाद

नोट: आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 & 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

साभारः
टीम मिशन शिक्षण संवाद
14-05-2019

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