हे प्रभु हमको दो वरदान
हे प्रभु हमको दो वरदान
पढ़ें लिखें हम बनें महान।
कभी न हमको हो अभिमान
आएँ सदा देश के काम।।
करें सदा दूसरों की भलाई
लक्ष्य रहे सदा सच्चाई।
सदा बनाएँ सबके काम।
हे प्रभु हमको............।
भेदभाव से दूर रहें हम।
परोपकार के काम करें हम।।
गुरुजनों का करें सम्मान।
हे प्रभु हमको ............।
जल की एक-एक बूँद बचाएँ।
चारों तरफ पेड़ लगवाएँ।।
होगा जन-जन का कल्याण।
हे प्रभु हमको.............
दूर करें हम भ्रष्टाचार।
करें न कोई अत्याचार।।
हमको शक्ति दो भगवान
हे प्रभु वरदान............।
मितव्ययता का पाठ पढ़ें हम।
अपना देश समृद्ध करें हम।।
धन धान्य से भर जाएँ धाम
हे प्रभु हमको ..............।
बहू बेटियाँ रहें सुरक्षित।
पढ़ लिखकर सब बनें सुशिक्षित।।
बेटा बेटी समझें एक समान।
हे प्रभु हमको दो वरदान।।
रचयिता
जमीला खातून,
प्रधानाध्यापक,
बेसिक प्राथमिक पाठशाला गढधुरिया गंज,
नगर क्षेत्र मऊरानीपुर,
जनपद-झाँसी।
पढ़ें लिखें हम बनें महान।
कभी न हमको हो अभिमान
आएँ सदा देश के काम।।
करें सदा दूसरों की भलाई
लक्ष्य रहे सदा सच्चाई।
सदा बनाएँ सबके काम।
हे प्रभु हमको............।
भेदभाव से दूर रहें हम।
परोपकार के काम करें हम।।
गुरुजनों का करें सम्मान।
हे प्रभु हमको ............।
जल की एक-एक बूँद बचाएँ।
चारों तरफ पेड़ लगवाएँ।।
होगा जन-जन का कल्याण।
हे प्रभु हमको.............
दूर करें हम भ्रष्टाचार।
करें न कोई अत्याचार।।
हमको शक्ति दो भगवान
हे प्रभु वरदान............।
मितव्ययता का पाठ पढ़ें हम।
अपना देश समृद्ध करें हम।।
धन धान्य से भर जाएँ धाम
हे प्रभु हमको ..............।
बहू बेटियाँ रहें सुरक्षित।
पढ़ लिखकर सब बनें सुशिक्षित।।
बेटा बेटी समझें एक समान।
हे प्रभु हमको दो वरदान।।
रचयिता
जमीला खातून,
प्रधानाध्यापक,
बेसिक प्राथमिक पाठशाला गढधुरिया गंज,
नगर क्षेत्र मऊरानीपुर,
जनपद-झाँसी।
Very nice poem mam
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