मेरा सब कुछ बच्चे हैं
मेरी खुशियाँ बच्चे हैं
मेरी दुनिया बच्चे हैं
मेरा सपना बच्चे हैं
मेरा जीवन बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा मंदिर बच्चे हैं
मेरा ईश्वर बच्चे हैं
मेरा तीरथ बच्चे हैं
मेरी पूजा बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सब कुछ बच्चे हैं।
मेरे अक्षर बच्चे हैं
मेरी गिनती बच्चे हैं
मेरी पुस्तक बच्चे हैं
मेरा चिंतन बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा मकसद बच्चे हैं
मेरी किस्मत बच्चे हैं
मेरी थाती बच्चे हैं
मेरी पाती बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा दरपन बच्चे हैं
मेरी भाषा बच्चे हैं
मेरा तन-मन बच्चे हैं
मेरी खुशबू बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
चाँद-सितारे बच्चे हैं
दिन का सूरज बच्चे हैं
सच्चे-अच्छे बच्चे हैं
कल का भारत बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
रचयिता
अनार सिंह वर्मा,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला गोदी,
जनपद-कासगंज।
972062564
मेरी दुनिया बच्चे हैं
मेरा सपना बच्चे हैं
मेरा जीवन बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा मंदिर बच्चे हैं
मेरा ईश्वर बच्चे हैं
मेरा तीरथ बच्चे हैं
मेरी पूजा बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सब कुछ बच्चे हैं।
मेरे अक्षर बच्चे हैं
मेरी गिनती बच्चे हैं
मेरी पुस्तक बच्चे हैं
मेरा चिंतन बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा मकसद बच्चे हैं
मेरी किस्मत बच्चे हैं
मेरी थाती बच्चे हैं
मेरी पाती बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
मेरा दरपन बच्चे हैं
मेरी भाषा बच्चे हैं
मेरा तन-मन बच्चे हैं
मेरी खुशबू बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
चाँद-सितारे बच्चे हैं
दिन का सूरज बच्चे हैं
सच्चे-अच्छे बच्चे हैं
कल का भारत बच्चे हैं
मैं बच्चों का शिक्षक हूँ
मेरा सबकुछ बच्चे हैं।
रचयिता
अनार सिंह वर्मा,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला गोदी,
जनपद-कासगंज।
972062564
Very beautiful poem sir,it's totaly true in my case also.
ReplyDeleteVery nice
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