होली में

मोहब्बतों का बहे आबशार होली में
फिजा भी हो गयी हे पूर बहार होली में

के छा गया है अजब सा खुमार होली में
मिलें गले से चलो बार बार होली में

हर एक सिमत रंगों की बहार होली में
मिटाओ  नफरतें कर लो ना प्यार होली  में

बिखेरकर ज़रा सब पर मोहब्बतों का गुलाल
रंगों का कर लो न सोलहा श्रृंगार  होली में

मिलो  सभी से सजाकार लबों पे मुस्कानें
मिटाओ दिल से सभी इंतेशार होली में

रचयिता
गौहर सीमा,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भवानीपुर, 
विकास खण्ड-सैदनगर
जनपद-रामपुर।

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