शान तिरंगा

भारत की शान तिरंगा है,
मेरे देश का अभिमान तिरंगा है।
हर किसी के दिल में बसता,
वो पहचान तिरंगा है।

भारत के मस्तक का तिलक,
बनकर चमक रहा तिरंगा है।
तेज कभी ये कम न होगा,
वो श्रंगार तिरंगा है।

केसरिया रंग बलिदान बताये,
सफेद रंग शांति सिखाये।
हरा रंग हरियाली का प्रतीक है,
तिरंगा देता बहुत सीख है।

भारतीय होने का गर्व कराता,
ऐसा हमारा तिरंगा है।
शान से ऊँचा मस्तक करता,
ऐसा अभिमान तिरंगा है।

बहुत बलिदानों से मिला,
हमारा तिरंगा है।
संघर्ष का प्रतीक बना,
हमारा तिरंगा है।

राष्ट्रीय पर्वों की शान तिरंगा है
राष्ट्र का सम्मान तिरंगा है।
शहीदों को भी सम्मान,
दिलाता तिरंगा है।

भारत के कण-कण में,
बसता तिरंगा है।
भारत से हर पल-पल बढ़ाता,
प्यार तिरंगा है।

तेरा-मेरा नहीं है,
सभी का तिरंगा है।
न जाति न धर्म है,
सद्भाव तिरंगा है।

उन शहीदों को भी नमन,
जो सुरक्षा करते तिरंगे की।
जान भी दाँव पर लगाते,
जो आँच जरा भी आती तिरंगे पर।

सम्मान अगर कर न सको तो,
अपमान कभी न करना।
अगर ऊपर कभी फहरा न सको तो,
नीचे कभी न झुकने देना।

रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।

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