भारत रत्न सम्मान
भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान कहलाता।
भारत रत्न सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता।।
2 जनवरी 1954 को किया गया स्थापित।
तब डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद थे तत्कालीन राष्ट्रपति।।
सेवाओं में कला, साहित्य, सार्वजनिक सेवा और विज्ञान।
बाद में खेल को शामिल करके खेल का किया सम्मान।
पहले मरणोपरांत नहीं दिया जाता था यह सम्मान।
सन 1955 में यह जोड़ा गया प्रावधान।।
एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को ही दिया जा सकता।
प्लैटिनम छवि सूर्य की अंकित जिसमें पीपल का पत्ता।।
देवनागरी लिपि में खुदा है जिसमें भारत रत्न।
45 की संख्या अब तक जिनने किये प्रयत्न।।
प्रथम अलंकृत राधा कृष्णन अंतिम अटल बिहारी।
इसके बाद पद्म विभूषण, पद्म भूषण, पद्मश्री की बारी।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
भारत रत्न सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता।।
2 जनवरी 1954 को किया गया स्थापित।
तब डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद थे तत्कालीन राष्ट्रपति।।
सेवाओं में कला, साहित्य, सार्वजनिक सेवा और विज्ञान।
बाद में खेल को शामिल करके खेल का किया सम्मान।
पहले मरणोपरांत नहीं दिया जाता था यह सम्मान।
सन 1955 में यह जोड़ा गया प्रावधान।।
एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को ही दिया जा सकता।
प्लैटिनम छवि सूर्य की अंकित जिसमें पीपल का पत्ता।।
देवनागरी लिपि में खुदा है जिसमें भारत रत्न।
45 की संख्या अब तक जिनने किये प्रयत्न।।
प्रथम अलंकृत राधा कृष्णन अंतिम अटल बिहारी।
इसके बाद पद्म विभूषण, पद्म भूषण, पद्मश्री की बारी।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
Good job sir ji
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