सजीवों के लक्षण
सजीवों के लक्षण
विषय-विज्ञान,
जीव जगत
कक्षा-6, इकाई-6
पोषण के आधार पर निम्न तरह के पोषी।
शाकाहारी, माँसाहारी, सर्वाहारी, स्वपोषी।
वायु से CO2 लें, मिट्टी से जल, खनिज लवण।
सूरज से लें मीठी धूप, पत्तियाँ बनाती हैं भोजन।
अपना भोजन स्वंय बनाते।
पौधे स्वपोषी कहलाते।
बकरी, गाय, शाकाहारी हिरन, अश्व, खरगोश।
पौधों से ले भोजन अपना करते हैं सन्तोष।।
जो जन्तु को मारकर लें अपना आहार।
माँसाहारी कहलाते हैं मगर, साँप, मार्जार।।
बाघ, भेड़िया, तेंदुआ, चीता माँसाहारी।
शेर, नेवला, बाज, चील चारों है कुशल शिकारी।।
जंतु और पेड़-पौधों से प्राप्त करें जो भोजन।
सर्वाहारी जंतु हैं कुत्ता, मानव, डॉल्फिन।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
विषय-विज्ञान,
जीव जगत
कक्षा-6, इकाई-6
पोषण के आधार पर निम्न तरह के पोषी।
शाकाहारी, माँसाहारी, सर्वाहारी, स्वपोषी।
वायु से CO2 लें, मिट्टी से जल, खनिज लवण।
सूरज से लें मीठी धूप, पत्तियाँ बनाती हैं भोजन।
अपना भोजन स्वंय बनाते।
पौधे स्वपोषी कहलाते।
बकरी, गाय, शाकाहारी हिरन, अश्व, खरगोश।
पौधों से ले भोजन अपना करते हैं सन्तोष।।
जो जन्तु को मारकर लें अपना आहार।
माँसाहारी कहलाते हैं मगर, साँप, मार्जार।।
बाघ, भेड़िया, तेंदुआ, चीता माँसाहारी।
शेर, नेवला, बाज, चील चारों है कुशल शिकारी।।
जंतु और पेड़-पौधों से प्राप्त करें जो भोजन।
सर्वाहारी जंतु हैं कुत्ता, मानव, डॉल्फिन।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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