परिवेशीय जीव जन्तु
जो खाते फल, अनाज,पत्तियाँ
साथ में घास और सब्जियाँ।
वो ही शाकाहारी कहलाते
हिरन, गाय, भैंस इनमें हैं आते।
माँस जिनके मन को भाता
माँसाहारी वो है कहलाता।
लम्बे होते इनके दाँत
नाख़ून भी होते इनके हाथ।
शेर, बाघ और तेज़ चीता
माँस खाकर ही है जीवन जीता।
कुछ होते हैं सर्वाहारी
जिनको भाती चीज़ें सारी।
दूध, फल और अनाज के साथ
चिकेन, मटन में भी मारें हाथ।
इस श्रेणी में मानव भी आता
सब खाकर सर्वाहारी कहलाता।
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फ़तेहपुर।
साथ में घास और सब्जियाँ।
वो ही शाकाहारी कहलाते
हिरन, गाय, भैंस इनमें हैं आते।
माँस जिनके मन को भाता
माँसाहारी वो है कहलाता।
लम्बे होते इनके दाँत
नाख़ून भी होते इनके हाथ।
शेर, बाघ और तेज़ चीता
माँस खाकर ही है जीवन जीता।
कुछ होते हैं सर्वाहारी
जिनको भाती चीज़ें सारी।
दूध, फल और अनाज के साथ
चिकेन, मटन में भी मारें हाथ।
इस श्रेणी में मानव भी आता
सब खाकर सर्वाहारी कहलाता।
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फ़तेहपुर।
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