जल का शोधन

जल में यदि हो अशुद्धियाँ,
                  इसे दूर करना होगा।
तब उपयोग इसे कर सकते
         बीमारियों से बचना होगा।
जल शुद्दिकरण की प्रक्रिया,
                   कई चरणों में होती।
तलछटीकरण से चालू,
    क्लोरोनीकरण में खत्म होती।।
तलछटीकरण प्रक्रिया में
             जब टंकी में जल भरते।
निलम्बित अशुद्धियाँ नीचे बैठती,
             प्रयोग फिटकरी करते।।
फिर जल को कोयला कंकड़ से,
                  और बालू की परतें।
अशुद्धियाँ दूर हों जल की
          इस विधि से जब छानते।।
छनित जल को कीटाणुओ से,
                  हमें दूर करना होगा।
ब्लीचिंग पाउडर क्लोरीन गैस
        का प्रवाह हमें करना होगा।।
इससे नष्ट कीटाणु होते,
          क्लोरीनीकरण इसे कहते।
KMnO4 और O3 से
    कीटाणुओं को हम नष्ट करते।।
इस प्रकार जल शुद्ध होता,
        घरों तक ये पहुँचाया जाता।
शुद्ध जल का प्रयोग करके
              रोगों से है बचा जाता।।

रचयिता
साकेत बिहारी शुक्ल,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय -कटैया खादर,
विकास खण्ड-रामनगर,
जनपद-चित्रकूट।
मोबाइल-9695712961

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