भोज्य पदार्थों का संरक्षण
जिन पदार्थों का हम करते भक्षण
उनका करना होता है संरक्षण
पहली विधि है निर्जलीकरण
सूर्य की किरणों से जल का क्षरण
वाष्प रूप में जल होता गुम
बचाते चिप्स, दाल, पापड़ तुम
दूसरा तरीका होता प्रशीतन
फ़्रिज, कोल्ड स्टोर में बचता अन्न
उबालकर हम दूध बचाते
पानी को जीवाणु रहित बनाते
सोडियम बेंजोएट रसायन साथ
अचार, चटनी बनाते आपके हाथ
पहले गर्म फिर तुरन्त ठण्डा
पाश्चुरीकरण का है ये फण्डा
संरक्षण के ये चार तरीके
याद होंगे अब ये सभी से।
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फ़तेहपुर।
उनका करना होता है संरक्षण
पहली विधि है निर्जलीकरण
सूर्य की किरणों से जल का क्षरण
वाष्प रूप में जल होता गुम
बचाते चिप्स, दाल, पापड़ तुम
दूसरा तरीका होता प्रशीतन
फ़्रिज, कोल्ड स्टोर में बचता अन्न
उबालकर हम दूध बचाते
पानी को जीवाणु रहित बनाते
सोडियम बेंजोएट रसायन साथ
अचार, चटनी बनाते आपके हाथ
पहले गर्म फिर तुरन्त ठण्डा
पाश्चुरीकरण का है ये फण्डा
संरक्षण के ये चार तरीके
याद होंगे अब ये सभी से।
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फ़तेहपुर।
Very nice poem ma'am
ReplyDeleteWaah
ReplyDeleteहै समय नदी की धार , कि जिसमें सब वह जाया करते हैं ।
ReplyDeleteहै समय बड़ा तूफान , प्रबल पर्वत झुक जाया करते हैं ।
अक्सर दुनिया के लोग , समय में चक्कर खाया करते हैं ।
किन्तु कुछ ऐसे होते हैं जो इतिहास बनाया करते हैं ।