मिर्ज़ा साहब उद्दीन बेग़ मुहम्मद ख़ान ख़ुर्रम
शाहजहाँ
जन्मदिन विशेष
5 जनवरी 1592 जन्मभूमि लाहौर।
इमारतों का शहंशाह शाहजहां सिरमौर।।
जहाँगीर का पुत्र और माता जगत गोसाई।
प्रिय बेगम अर्जुमन्द बानो मुमताज महल कहलाई।
दारा शिकोह, शुज़ा, मुराद, औरंगज़ेब, सन्तान।
जहाँआरा, रोशनआरा, गौहन पुत्री जाने सकल जहान।
अबुल मुज़फ़्फ़र शहाबुद्दीन मुहम्मद किरन-ए सानी ।
आगरा का ताजमहल इनकी बनी निशानी ।
8 नवम्बर 1627 से इनका शासनकाल।
उत्तर-मध्य भारत विस्तारित इनका राज्य विशाल।
मोती मस्जिद आगरा, दिल्ली का लाल किला।
ताजमहल को 7 अजूबों में स्थान मिला।
20 वर्ष की आयु में इनका हुआ निकाह।
बड़ा कुशाग्र, बड़ा साहसी शौकीन बादशाह।
शान-ओ−शौक़त मुगलों की ख्याति चकाचौंध दरबार।
तख्ते ताउस पर जब बैठे मुगलों का सरदार।।
स्थापत्यकला और न्याय प्रियता के लिए रहा प्रसिद्ध।
मुगलों का यह स्वर्णकाल बरसी वैभव समृद्धि।
22 जनवरी 1666 मृत्यु आगरा खास।
सोया चिरनिद्रा में प्रेमी, मुमताज महल के पास।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
जन्मदिन विशेष
5 जनवरी 1592 जन्मभूमि लाहौर।
इमारतों का शहंशाह शाहजहां सिरमौर।।
जहाँगीर का पुत्र और माता जगत गोसाई।
प्रिय बेगम अर्जुमन्द बानो मुमताज महल कहलाई।
दारा शिकोह, शुज़ा, मुराद, औरंगज़ेब, सन्तान।
जहाँआरा, रोशनआरा, गौहन पुत्री जाने सकल जहान।
अबुल मुज़फ़्फ़र शहाबुद्दीन मुहम्मद किरन-ए सानी ।
आगरा का ताजमहल इनकी बनी निशानी ।
8 नवम्बर 1627 से इनका शासनकाल।
उत्तर-मध्य भारत विस्तारित इनका राज्य विशाल।
मोती मस्जिद आगरा, दिल्ली का लाल किला।
ताजमहल को 7 अजूबों में स्थान मिला।
20 वर्ष की आयु में इनका हुआ निकाह।
बड़ा कुशाग्र, बड़ा साहसी शौकीन बादशाह।
शान-ओ−शौक़त मुगलों की ख्याति चकाचौंध दरबार।
तख्ते ताउस पर जब बैठे मुगलों का सरदार।।
स्थापत्यकला और न्याय प्रियता के लिए रहा प्रसिद्ध।
मुगलों का यह स्वर्णकाल बरसी वैभव समृद्धि।
22 जनवरी 1666 मृत्यु आगरा खास।
सोया चिरनिद्रा में प्रेमी, मुमताज महल के पास।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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