प्रकाश स्रोत
प्रकाश स्रोत के दो प्रकार हैं,
प्राकृतिक तथा मानव निर्मित।
सूर्य तथा तारे प्राकृतिक हैं,
लालटेन मानव निर्मित।।
ऐसे प्रकाश स्रोत जो हमको,
प्राकृतिक रूप से मिलते हैं।
प्राकृतिक प्रकाश स्रोत हैं कहते,
सूरज तारे ये होते हैं।।
जिन स्रोतों को मनुष्य द्वारा,
निर्मित किया है जाता।
कृत्रिम प्रकाश स्रोत हैं कहते,
ट्यूब लाइट पढ़ा जाता ।।
प्रकाश उत्पन्न जो करती वस्तएँ,
दीप्त वस्तुएँ कहलातीं।
सूर्य तारे लैंप एल ई डी,
CFL का ज्ञान करातीं।।
प्रकाश उत्पन्न जो न कर सकतीं,
अदीप्त वस्तुएँ हैं होती।
चन्द्रमा कुर्सी मेज चारपाई,
आदि उदाहरण ये होतीं।।
रचयिता
साकेत बिहारी शुक्ल,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय -कटैया खादर,
विकास खण्ड-रामनगर,
जनपद-चित्रकूट।
मोबाइल-9695712961
प्राकृतिक तथा मानव निर्मित।
सूर्य तथा तारे प्राकृतिक हैं,
लालटेन मानव निर्मित।।
ऐसे प्रकाश स्रोत जो हमको,
प्राकृतिक रूप से मिलते हैं।
प्राकृतिक प्रकाश स्रोत हैं कहते,
सूरज तारे ये होते हैं।।
जिन स्रोतों को मनुष्य द्वारा,
निर्मित किया है जाता।
कृत्रिम प्रकाश स्रोत हैं कहते,
ट्यूब लाइट पढ़ा जाता ।।
प्रकाश उत्पन्न जो करती वस्तएँ,
दीप्त वस्तुएँ कहलातीं।
सूर्य तारे लैंप एल ई डी,
CFL का ज्ञान करातीं।।
प्रकाश उत्पन्न जो न कर सकतीं,
अदीप्त वस्तुएँ हैं होती।
चन्द्रमा कुर्सी मेज चारपाई,
आदि उदाहरण ये होतीं।।
रचयिता
साकेत बिहारी शुक्ल,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय -कटैया खादर,
विकास खण्ड-रामनगर,
जनपद-चित्रकूट।
मोबाइल-9695712961
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