२९५~ शिव कुमार शर्मा (प्रभारी अध्यापक) पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपपुर ब्लॉक–मिलक, जिला–रामपुर
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-रामपुर के शिक्षक श्री शिव कुमार जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, व्यवहार कुशलता और अनुभवों से एक नहीं बल्कि जिस विद्यालय पर सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। उसे बच्चों के लिए आकर्षक और सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक और कुछ नया करने की ऊर्जा प्रदान करता है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय कार्य:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2260985714179013&id=1598220847122173
मैं शिव कुमार शर्मा (प्रभारी अध्यापक)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपपुर
ब्लॉक–मिलक, जिला–रामपुर
मुझे वर्ष 1984 में बी०टी०सी० का प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त, 13 वर्ष बाद वर्ष 1997 में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में सेवा देना का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ| बीच के इन 13 वर्षों में ब्लॉक– शाहबाद के एक प्राइवेट विद्यालय मनोरमा बाल विद्या जूनियर हाईस्कूल में वर्ष 1989 में शिक्षक के रूप में कार्य करना शुरू किया| सितम्बर 1997 में नवनिर्मित विद्यालय सराय महेश, विकासखंड– शाहबाद में मेरी प्रथम नियुक्ति हुई| विद्यालय में छात्र नामांकन 50 से भी अधिक कर विद्यालय का कुशलता से संचालन किया।
सितम्बर 1998 में शाहबाद ब्लॉक से मेरा स्थानातरण मिलक ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय धमोरा-1 में हो गया| 7 वर्ष तक विद्यालय में अथक प्रयासों और परिश्रम के परिणामस्वरूप विद्यालय की छात्र संख्या 350 से भी अधिक हो गयी| वर्ष 2006 में पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुरैना, ब्लॉक– मिलक में प्रधानाध्यापक के पद पर मेरा प्रमोशन हुआ|
दिसम्बर 2007 में मेरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपपुर में समायोजन हो गया| वर्ष 2002 में इस विद्यालय का निर्माण हुआ था| जब मैंने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किता उस समय छात्र संख्या 35 थी| मेरे अथक प्रयास और जन समुदाय के साथ संपर्क से छात्र नामांकन में वृद्धि होने लगी| वर्तमान में मेरे विद्यालय में छात्र नामांकन 105 है| 23 सितम्बर 2015 में विद्यालय में श्रींमती अंकिता शर्मा ने विज्ञान शिक्षिका के रूप में कार्यभार ग्रहण किया| वर्तमान में नामांकन के सापेक्ष विद्यालय में बच्चों के ठहराव का प्रतिशत भी 80% से अधिक रहता है|
विद्यालय में चारदीवारी सहित लगभग 1000 वर्ग मी० में खेल का मैदान भी है| विद्यालय में प्रत्येक दिन एक नई प्रार्थना करायी जाती है| विद्यालय में मेरे द्वारा निज प्रयास से बच्चों को टाई–बेल्ट, परिचय पत्र आदि का निशुल्क वितरण किया जाता है| सत्र के अंत में अधिक उपस्थिति वाले छात्र / छात्रा तथा कक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले बच्चों को पुरुस्कृत किया गाता है| विद्यालय में सक्रिय पुस्तकालय भी है| बच्चों के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट का भी प्रबंध है| वर्ष में एक बार छात्रों को निज प्रयास से शैक्षिक भ्रमण कराया जाता है| प्रार्थना स्थल पर बच्चों को सामान्य-ज्ञान, योग, पी०टी० आदि कार्य प्रतिदिन कराये जाते है| विद्यालय में बच्चों के लिये क्रिकेट, वोलीबाल, कैरम बोर्ड आदि खेल का सामान उपलब्ध है|
📝छात्रों की उपलब्धि:
विद्यालय के बच्चों द्वारा हर वर्ष खेल–कूद प्रतियोगिताओं में प्रदेश स्तर तक जिले का नाम रोशन किया जाता है| इस वर्ष बच्चों के द्वारा बालक वर्ग में तैराकी, खो–खो और वॉलीबाल में जिले स्तर तक, बालिका वर्ग में खो–खो में मंडल स्तर और बालिका वर्ग में वॉलीबाल में प्रदेश स्तर तक प्रतिभाग किया गया है|
📝शिक्षक के रूप में मेरे द्वारा अर्जित उपलब्धियां:
👉1.राष्ट्रीय स्तर पर पपेट कला का प्रशिक्षण गुहवती (असम) में प्राप्त करने का अवसर मिला| जिसके ज्ञान से आज हामरे द्वारा हर विषय पर अपनी टीम के द्वारा पपेट शो का आयोजन विभिन्न अवसरों पर किया जाता है|
👉2. वर्ष 2016 में कमिश्नर मुरादाबाद मंडल श्री वेंकटेश्वर लू द्वारा आदर्श शिक्षक से सम्मानित किया गया|
👉3. वर्ष 2017 में जिलाधिकारी श्री शिव सहाय अवस्थी और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सर्वदानन्द जी द्वारा जिला स्तर पर श्रेष्ठ शिक्षक से सम्मानित किया गया|
👉4 .16 मई 2018 को बेसिक शिक्षा विभाग, रामपुर द्वारा प्रकाशित पत्रिका “कोशिश बदलाव की" के दूसरे अंक में हमारे विद्यालय के कार्यों को प्रकाशित किया गया| जिलाधिकारी श्री महेंद्र बहादुर सिंह और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जी द्वारा विद्यालय को सम्मानित किया गया|
👉5. 14 अगस्त 2018 को “:एक शाम शहीदों और स्वच्छता के नाम” कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री महेन्द्र बहादुर और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती ऐश्वर्या लक्ष्मी द्वारा मुझे सम्मानित किया गया|
अपने इस शिक्षण कार्यकाल में मैंने जो सीखा है वह इन कुछ पंक्तियों में सारगर्भित है:
ना पूछो की मेरी मंजिल कहाँ है
अभी तो सफर का इरादा किया है
ना हारुंगा हौसला उम्र भर
ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है|
बहुत-बहुत धन्यवाद
संकलन: दीपक पुण्डीर
मिशन शिक्षण संवाद रामपुर
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
31-01-2019
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-रामपुर के शिक्षक श्री शिव कुमार जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, व्यवहार कुशलता और अनुभवों से एक नहीं बल्कि जिस विद्यालय पर सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। उसे बच्चों के लिए आकर्षक और सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक और कुछ नया करने की ऊर्जा प्रदान करता है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय कार्य:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2260985714179013&id=1598220847122173
मैं शिव कुमार शर्मा (प्रभारी अध्यापक)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपपुर
ब्लॉक–मिलक, जिला–रामपुर
मुझे वर्ष 1984 में बी०टी०सी० का प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त, 13 वर्ष बाद वर्ष 1997 में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में सेवा देना का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ| बीच के इन 13 वर्षों में ब्लॉक– शाहबाद के एक प्राइवेट विद्यालय मनोरमा बाल विद्या जूनियर हाईस्कूल में वर्ष 1989 में शिक्षक के रूप में कार्य करना शुरू किया| सितम्बर 1997 में नवनिर्मित विद्यालय सराय महेश, विकासखंड– शाहबाद में मेरी प्रथम नियुक्ति हुई| विद्यालय में छात्र नामांकन 50 से भी अधिक कर विद्यालय का कुशलता से संचालन किया।
सितम्बर 1998 में शाहबाद ब्लॉक से मेरा स्थानातरण मिलक ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय धमोरा-1 में हो गया| 7 वर्ष तक विद्यालय में अथक प्रयासों और परिश्रम के परिणामस्वरूप विद्यालय की छात्र संख्या 350 से भी अधिक हो गयी| वर्ष 2006 में पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुरैना, ब्लॉक– मिलक में प्रधानाध्यापक के पद पर मेरा प्रमोशन हुआ|
दिसम्बर 2007 में मेरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपपुर में समायोजन हो गया| वर्ष 2002 में इस विद्यालय का निर्माण हुआ था| जब मैंने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किता उस समय छात्र संख्या 35 थी| मेरे अथक प्रयास और जन समुदाय के साथ संपर्क से छात्र नामांकन में वृद्धि होने लगी| वर्तमान में मेरे विद्यालय में छात्र नामांकन 105 है| 23 सितम्बर 2015 में विद्यालय में श्रींमती अंकिता शर्मा ने विज्ञान शिक्षिका के रूप में कार्यभार ग्रहण किया| वर्तमान में नामांकन के सापेक्ष विद्यालय में बच्चों के ठहराव का प्रतिशत भी 80% से अधिक रहता है|
विद्यालय में चारदीवारी सहित लगभग 1000 वर्ग मी० में खेल का मैदान भी है| विद्यालय में प्रत्येक दिन एक नई प्रार्थना करायी जाती है| विद्यालय में मेरे द्वारा निज प्रयास से बच्चों को टाई–बेल्ट, परिचय पत्र आदि का निशुल्क वितरण किया जाता है| सत्र के अंत में अधिक उपस्थिति वाले छात्र / छात्रा तथा कक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले बच्चों को पुरुस्कृत किया गाता है| विद्यालय में सक्रिय पुस्तकालय भी है| बच्चों के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट का भी प्रबंध है| वर्ष में एक बार छात्रों को निज प्रयास से शैक्षिक भ्रमण कराया जाता है| प्रार्थना स्थल पर बच्चों को सामान्य-ज्ञान, योग, पी०टी० आदि कार्य प्रतिदिन कराये जाते है| विद्यालय में बच्चों के लिये क्रिकेट, वोलीबाल, कैरम बोर्ड आदि खेल का सामान उपलब्ध है|
📝छात्रों की उपलब्धि:
विद्यालय के बच्चों द्वारा हर वर्ष खेल–कूद प्रतियोगिताओं में प्रदेश स्तर तक जिले का नाम रोशन किया जाता है| इस वर्ष बच्चों के द्वारा बालक वर्ग में तैराकी, खो–खो और वॉलीबाल में जिले स्तर तक, बालिका वर्ग में खो–खो में मंडल स्तर और बालिका वर्ग में वॉलीबाल में प्रदेश स्तर तक प्रतिभाग किया गया है|
📝शिक्षक के रूप में मेरे द्वारा अर्जित उपलब्धियां:
👉1.राष्ट्रीय स्तर पर पपेट कला का प्रशिक्षण गुहवती (असम) में प्राप्त करने का अवसर मिला| जिसके ज्ञान से आज हामरे द्वारा हर विषय पर अपनी टीम के द्वारा पपेट शो का आयोजन विभिन्न अवसरों पर किया जाता है|
👉2. वर्ष 2016 में कमिश्नर मुरादाबाद मंडल श्री वेंकटेश्वर लू द्वारा आदर्श शिक्षक से सम्मानित किया गया|
👉3. वर्ष 2017 में जिलाधिकारी श्री शिव सहाय अवस्थी और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सर्वदानन्द जी द्वारा जिला स्तर पर श्रेष्ठ शिक्षक से सम्मानित किया गया|
👉4 .16 मई 2018 को बेसिक शिक्षा विभाग, रामपुर द्वारा प्रकाशित पत्रिका “कोशिश बदलाव की" के दूसरे अंक में हमारे विद्यालय के कार्यों को प्रकाशित किया गया| जिलाधिकारी श्री महेंद्र बहादुर सिंह और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जी द्वारा विद्यालय को सम्मानित किया गया|
👉5. 14 अगस्त 2018 को “:एक शाम शहीदों और स्वच्छता के नाम” कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री महेन्द्र बहादुर और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती ऐश्वर्या लक्ष्मी द्वारा मुझे सम्मानित किया गया|
अपने इस शिक्षण कार्यकाल में मैंने जो सीखा है वह इन कुछ पंक्तियों में सारगर्भित है:
ना पूछो की मेरी मंजिल कहाँ है
अभी तो सफर का इरादा किया है
ना हारुंगा हौसला उम्र भर
ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है|
बहुत-बहुत धन्यवाद
संकलन: दीपक पुण्डीर
मिशन शिक्षण संवाद रामपुर
👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
31-01-2019
मोटिवेशनल
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