नया विहान

नया वर्ष है,
हर्ष भी है नया।
नया विहान है,
दृश्य भी है नया।
नया प्रकाश है,
सूर्य भी है नया।
नया कार्य है,
कर्म पथ भी नया।
नया जोश है,
उत्साह भी है नया।
नया राग है,
नृत्य भी है नया।
नया रूप है,
रंग भी है नया।
नया धाम है,
आयाम भी है नया।
नया साल है,
बदलाव भी है नया।
नया उद्देश्य है,
परिणाम होगा नया।

रचयिता
डॉ0 रंजना वर्मा,
प्राथमिक विद्यालय बूढ़ाडीह-1,
विकास खण्ड-भटहट, 
जनपद-गोरखपुर।

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