सावित्रीबाई फुले
प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले ने नारी शिक्षा की अलख जगाई,
खोल कई विद्यालय बालिकाओं की अज्ञानता मिटाई।
कड़ी मेहनत करो, अच्छे से पढाई करो और अच्छा काम करो,
सभी विद्यार्थियों को यह अच्छी बात ठीक से थी समझाई।
छूआछूत, सती प्रथा व बाल विवाह के खिलाफ़ आवाज़ उठायी,
रूढ़िवादियों का कर अन्त महान समाजसेविका कहलाई।
प्लेग रोगियों के इलाज़ हेतु अस्पताल भी खुलवाया,
किसान शिक्षा हेतु रात्रि कक्षाओं को भी चलवाया।
अपने काव्य प्रेम से मराठी की आदि कवयित्री कहलाई।
नारियों का कर उत्थान आप महान मुक्तिदात्री कहलाई।
खोल कई विद्यालय बालिकाओं की अज्ञानता मिटाई।
कड़ी मेहनत करो, अच्छे से पढाई करो और अच्छा काम करो,
सभी विद्यार्थियों को यह अच्छी बात ठीक से थी समझाई।
छूआछूत, सती प्रथा व बाल विवाह के खिलाफ़ आवाज़ उठायी,
रूढ़िवादियों का कर अन्त महान समाजसेविका कहलाई।
प्लेग रोगियों के इलाज़ हेतु अस्पताल भी खुलवाया,
किसान शिक्षा हेतु रात्रि कक्षाओं को भी चलवाया।
अपने काव्य प्रेम से मराठी की आदि कवयित्री कहलाई।
नारियों का कर उत्थान आप महान मुक्तिदात्री कहलाई।
रचयिता
अभिषेक शुक्ला,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय लदपुरा,
विकास क्षेत्र-अमरिया,
जिला-पीलीभीत।
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