आशीर्वचन विदाई गीत
तुम जहाँ भी रहो
मुस्कुराते रहो ,
गर मिलो ना मिलो याद आते रहो।
जब मिले थे हमें,
हमने जाना तुम्हें।
खुद का करके समर्पण ,
पहचाना तुम्हें।
नाम रोशन करना ,
जहाँ भी रहो।।
गर मिलो न मिलो याद आते रहो।
तुम जहाँ भी रहो...........
गर मिलो ना मिलो......
दिल ये देता बधाई,
तुम्हें हर समय ।
जब भी चाहो तुम आना ,
किसी भी समय ।
विद्या मन्दिर है तुम्हारा,
पूजा करते रहो।।
गर मिलो ना मिलो याद आते रहो
तुम जहाँ भी रहो ....................
गर मिलो न मिलो.................
देते गुरुवर तुम्हारे
तुम्हें यह आशीष ,
मन से पढ़ना बढ़ाना तुम
देश का शीष।
मान मेरा भी हर पल बढ़ाते रहो
गर मिलो ना मिलो ,
याद आते रहो।
तुम जहाँ भी रहो
मुस्कुराते रहो ।
गर मिलो न मिलो याद आते रहो
रचयिता
डॉ0 विभा शुक्ला,
प्राथमिक विद्यालय पुरानी बाजार,
विकास खण्ड-बदलापुर,
जनपद-जौनपुर।
मुस्कुराते रहो ,
गर मिलो ना मिलो याद आते रहो।
जब मिले थे हमें,
हमने जाना तुम्हें।
खुद का करके समर्पण ,
पहचाना तुम्हें।
नाम रोशन करना ,
जहाँ भी रहो।।
गर मिलो न मिलो याद आते रहो।
तुम जहाँ भी रहो...........
गर मिलो ना मिलो......
दिल ये देता बधाई,
तुम्हें हर समय ।
जब भी चाहो तुम आना ,
किसी भी समय ।
विद्या मन्दिर है तुम्हारा,
पूजा करते रहो।।
गर मिलो ना मिलो याद आते रहो
तुम जहाँ भी रहो ....................
गर मिलो न मिलो.................
देते गुरुवर तुम्हारे
तुम्हें यह आशीष ,
मन से पढ़ना बढ़ाना तुम
देश का शीष।
मान मेरा भी हर पल बढ़ाते रहो
गर मिलो ना मिलो ,
याद आते रहो।
तुम जहाँ भी रहो
मुस्कुराते रहो ।
गर मिलो न मिलो याद आते रहो
रचयिता
डॉ0 विभा शुक्ला,
प्राथमिक विद्यालय पुरानी बाजार,
विकास खण्ड-बदलापुर,
जनपद-जौनपुर।
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