उठो शिक्षकों
उठो शिक्षकों बेसिक के ,
बेसिक शिक्षा खुशहाल करो
अब यदा कदा को मत देखो
और न ही कोई सवाल करो
शिक्षक बन्धु हमने माना ,
सिस्टम में कमियाँ भारी हैं
लेकिन हम सब अहसास करें
काफी कुछ कमी हमारी है
मैं जागूँगा सब जागेंगे,
इस मंत्र को अपनाना होगा
औरों को राह दिखाने को ,
खुद राहों पर आना होगा ।
शिक्षक की खोती गरिमा को
हम पुनः वहीं पहुँचाएंगे
चाणक्य संस्कृति के हैं हम सब ,
सिस्टम को बदल दिखाएँगे
गुरु शब्द की गिरती महत्ता को ,
पौराणिक सजस बनायेंगे
विश्व गुरु जो भारत था ,
हम पुनः वहीं पहुँचाएंगे ।।।।
रचयिता
राजेन्द्र पटेल,
प्रधानाध्यपक,
प्राथमिक विद्यालय बीजामऊ,
विकास क्षेत्र-नवाबगंज,
जनपद-बरेली।
बेसिक शिक्षा खुशहाल करो
अब यदा कदा को मत देखो
और न ही कोई सवाल करो
शिक्षक बन्धु हमने माना ,
सिस्टम में कमियाँ भारी हैं
लेकिन हम सब अहसास करें
काफी कुछ कमी हमारी है
मैं जागूँगा सब जागेंगे,
इस मंत्र को अपनाना होगा
औरों को राह दिखाने को ,
खुद राहों पर आना होगा ।
शिक्षक की खोती गरिमा को
हम पुनः वहीं पहुँचाएंगे
चाणक्य संस्कृति के हैं हम सब ,
सिस्टम को बदल दिखाएँगे
गुरु शब्द की गिरती महत्ता को ,
पौराणिक सजस बनायेंगे
विश्व गुरु जो भारत था ,
हम पुनः वहीं पहुँचाएंगे ।।।।
रचयिता
राजेन्द्र पटेल,
प्रधानाध्यपक,
प्राथमिक विद्यालय बीजामऊ,
विकास क्षेत्र-नवाबगंज,
जनपद-बरेली।
Comments
Post a Comment