बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
रोशन कर देती घर आँगन
मधुर सुरों की बोल बेटियाँ|
ईश्वर का वरदान अनोखा
हैं अद्भुत अनमोल बेटियाँ।
हिम्मत लगन से मारें बाजी
कठिन घड़ी दें टाल बेटियाँ।
खेल - पढ़ाई अव्वल आतीं
करतीं रोज कमाल बेटियाँ।
घर बाहर का महके आँगन
खुशियों की सौगात बेटियाँ।
सदा जीत की मन इच्छा धर
खाती नहीं हैं मात बेटियाँ।
नभ - जल - थल की सेनाओं में
रोशन करतीं नाम बेटियाँ।
डॉक्टर - शिक्षक बन समाज में
आतीं सबके काम बेटियाँ
कभी पराया धन ना समझो
होती हैं धनवान बेटियाँ।
लक्ष्मी - सरस्वती माँ दुर्गासम
हर घर दे भगवान बेटियाँ।
इन्हें सदा ही प्रोत्साहन दो
बहुत गुणों की खान बेटियाँ।
इन्हें बचाओ खूब पढ़ाओ
घर-घर का सम्मान बेटियाँ।
रचयिता
नीता पन्त,
प्रभारी प्रधानाध्यापक,
राजकीय जूनियर हाईस्कूल दडमाड़,
विकास खण्ड-द्वाराहाट,
जनपद-अल्मोड़ा,
उत्तराखण्ड।
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