गणेश वंदना

गजानन प्रभु हमारे नाथ कृपा कीजिए, 

विघ्नहर्ता विघ्न हर विकार दूर कीजीए|

हम सदा चरणों में तेरे भक्ति अर्पण कर सकें, 

माँ-पिता के चरणों में ही विश्व दर्शन कर सकें|

कर दया हे गणपति हम जीवों पर दया करें, 

 

करुणानिधान कर कृपा हम पाप से बचा करें।

क्षमा कर हे क्षमा  निधान विश्व को बचा लीजिए, 

रोगमुक्त हो हर प्राणी प्रभु सब पर कृपा कीजिए|

कर कृपा कृपा निधान करबद्ध हम विनती करें, 

स्वस्थ हो जन-जन जगत में जगतनियंता कष्ट हरे|

गौरी पुत्र, गणपति, गजानन गाएँ हम तेरी महिमा, 

प्रथम पूज्य, विघ्नहर्ता अनन्त है तेरी महिमा|

हे गणेश हे मंगलकारी विश्व मंगल कीजिए, 

बंधनों से मुक्त कर, सदबुद्धि प्रदान कीजिए|

गजानन प्रभु हमारे नाथ कृपा किजिए, 

विघ्नहर्ता विघ्न हर विकार दूर कीजिए|

 

रचयिता                 
अर्चना आर्या,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय रामपुर-1,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-मुजफ्फरनगर।


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