नर से आगे नारी है

तर्ज- कोमल है कमजोर नहीं तू


तू ही सानिया, तू ही सिंधु 

तुझसे दुनिया हारी है।

तू मैरीकॉम तू ही उषा

नर से आगे नारी है।।


आज के युग में तुम सब देखो

बेटी ने ऊँचा नाम किया,

फिर क्यों कलेजे के टुकड़े को

मौत पर यूँ परवान किया,

जन्म से पहले मार न देना,

नहीं ये अब बेचारी है।।

नर से आगे नारी है।।


आज पढ़ेगी आगे बढ़ेगी,

  रोके से नहीं रुकेगी,

किसी के आगे नहीं डरेगी,

नहीं कहीं भी आज झुकेगी,

बेटे को जो हक दिया तो,

 बेटी भी अधिकारी है।।

नर से आगे नारी है।।


रचयिता
हेमलता गुप्ता,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मुकंदपुर,
विकास खण्ड-लोधा, 
जनपद-अलीगढ़।



Comments

  1. Super, शानदार, दमदार 💯👍🙏🙏

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