५०४~ शशि रानी सिंह (प्र०अ०) प्राथमिक विद्यालय गौटिया खुर्रम, नगर क्षेत्र, बरेली

            🏅#अनमोल_रत्न🏅 


💁🏻‍♂ मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बरेली से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन शशि रानी सिंह जी (प्राथमिक विद्यालय गौटिया खुर्रम) जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से न सिर्फ अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है, बल्कि विद्यालय को विविध शिक्षण गतिविधियों एवं बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बना दिया। जिससे आपने आज वह सफलता प्राप्त की है जो हम सभी के विद्यालयों में एक मुश्किल के रूप में सदैव खड़ी रहती है। जिनमें एक है छात्र नामांकन एवं उपस्थिति और दूसरी है निजी विद्यालयों की चकाचौंध भरी कार्यशैली। लेकिन आपने दोनों स्तर पर सफलता प्राप्त कर, हम सभी के लिए गर्व एवं गौरव की अनुभूति प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया है जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय भी हैं। 

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-

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👉क:  शिक्षिका का परिचय :
शशि रानी सिंह (प्र०अ०)
प्राथमिक विद्यालय गौटिया खुर्रम, नगर क्षेत्र, बरेली

प्रथम नियुक्ति तिथि - 29 दिसंबर 2005
पदोन्नति की तिथि -17 अक्टूबर 2016
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति तिथि - 17 अक्टूबर 2016
👉खः विद्यालय की समस्याओं का समाधान:
इस विद्यालय में मैं सन् 2016 में आई थी, तब विद्यालय में बहुत सी समस्याएं थी। जिनका समाधान निम्न तरह किया गया।
1- मैंने दीवारों पर सुन्दर वाल पेंटिंग करवाई।
2- टूटी हुई दीवारों की मरम्मत करवाई।
3- छत की भी मरम्मत करवाई।
4- हर बच्चे को पौधा लाने को कहा गया।
5- गमलों में पौधे लगाए गए।
6- हर गमलों में बच्चों के नाम लिखवाए गए।
7- विद्यालय को समय सारणी के अनुसार संचालित किया गया, प्रार्थना सभा को रोचक कार्यक्रमों से समृद्ध किया गया जैसे - योग , क्विज, पीटी आदि ।
8- एन जी ओ के सहयोग से बालक व बालिकाओं के अलग - अलग शौचालय बनवाए गए।
9- इनरव्हील क्लब के सहयोग से विद्यालय परिसर में सबमर्सिबल पम्प लगवाए गए।
10- सभी कमरों में पंखे व लाइटें लगवाए गए।
11- बच्चों के बैठने के लिए डेस्क व बेंच भी लगवाए गए।
12- गतिविधियों व खेल कूद के माध्यम से प्रभावी पठन - पाठन का कार्य किया गया।
13- अभिभावकों से सम्पर्क करके उनका भरोसा जीता गया।
14- विद्यालय में आई सी टी के प्रयोग की शुरुआत हुई।
15- मोबाइल व लैप टाॅप  से शिक्षण कार्य की शुरुआत कराई गई।
16- बच्चों के साथ मिलकर टी एल एम का निर्माण किया गया।
17- छात्र - छात्राओं को टाई व बेल्ट दिया गया।
18- जिन बच्चों की पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं थी उनको विद्यालय द्वारा स्टेशनरी दिया गया।
19- दीक्षा ऐप के माध्यम से शिक्षण कार्य कराया गया।
20- समय समय पर छात्रों की रैली निकाली जाती है एवं लोगों को विभिन्न विषयों के प्रति जागरूक किया जाता है।
21- समय-समय पर डाक्टरों की टीम बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने आते हैं।
22- राष्ट्रीय पर्व व सभी त्योहारों को  बड़े धूम धाम से मनाया जाता है।
23- समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाता है एवं बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाता है।
24- आस-पास के पढ़े लिखे लोगों को विद्यालय में बुलाया जाता है, वे लोग बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हैं।
25- विद्यालय प्रबंध समिति की मीटिंग हर महीने होती है  जिसमें 90% से ऊपर उपस्थिति वाले  बच्चों और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया जाता है।
26- जो बच्चे साफ सुथरे आते हैं उनको प्रार्थना सभा में सम्मानित किया जाता है।
27- पुस्तक, ड्रेस, जूता, मोजा व स्वेटर  वितरण आदि में अभिभावकों को बुलाकर उनसे वितरण भी करवाया जाता है।
28- बच्चों की रुचि का विशेष ध्यान रखकर ही पठन-पाठन को रोचक बनाने का प्रयास किया जाता है।















👉ग: किये गए प्रयासों के परिणाम:
1- विद्यालय में बच्चों का नामांकन बढ़ा।अभिभावक प्राइवेट स्कूल से बच्चों का नाम कटवाकर अपने विद्यालय में लिखवाने लगे।
2- बच्चों में स्वच्छता को अपनाने की प्रवृत्ति आई। सभी बच्चे घर से नहाकर व साफ ड्रेस पहन कर ही विद्यालय आते हैं।
3- विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़कर 90% तक पहुँच गई।
4- बच्चे पढ़ाई के महत्व को समझने लगे 
5- बच्चों में संक्रामक रोगों से बचाव के तरीके व टीकाकरण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता बढ़ी।
बच्चों में बीमारियों का प्रकोप बहुत कम हो गया।
6- विद्यालय के प्रवेश उत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रमों व अन्य कार्यक्रमों में बच्चों की सहभागिता व रुचि बढ़ी।
7- विद्यालय की सकारात्मक नीतियों व क्रियाकलापों से शिक्षकों व छात्रों के मध्य सीखने सिखाने का प्रभावशाली वातावरण  उत्पन्न हुआ।
8- विद्यालय के कार्यों में विद्यालय प्रबंध समिति का सराहनीय सहयोग मिलने लगा।
9- विद्यालय के क्रियाकलापों में व कार्यक्रमों में जन प्रतिनिधियों का सराहनीय सहयोग भी मिलने लगा।
10- एन०जी०ओ० इनरव्हील क्लब के द्वारा भी बहुत से कामकराए गए। बच्चों के पढ़ने के लिये डेस्क, बेन्च लाया गया। विद्यालय में सबमर्सिबल पंप और ओवरहेड टैंक लगवाया गया।
11- बालकों व बालिकाओं के लिये अलग अलग शौचालय बनवाए गए।
12- विद्यालय परिसर में एक हैंड पम्प  लगवाया गया ।
13- विद्यालय में माननीय विधायक जी के द्वारा अभी 1 लाख का फर्नीचर  आया है।
👉घ : बच्चों की उपलब्धियाँ :
1-खेलकूद में ब्लाक स्तर पर विद्यालय के बच्चों का चयन होने लगा।
2- इनरव्हील क्लब के द्वारा होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे राखी बनाना, मेहंदी लगाना, कला व क्राफ्ट आदि में हमारे यहाँ के बच्चे सदा चयनित व पुरस्कृत होते हैं।
3- इस वर्ष लाॅकडाउन के समय में मिशन शिक्षण संवाद द्वारा आयोजित आनलाइन परीक्षा में 13 बच्चों ने प्रतिभाग किया और सभी के 80% से अधिक नम्बर थे।
4- हमारे यहाँ के बच्चे न्याय पंचायत और ब्लाॅक स्तर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
👉ड़ :  नवाचार : 
1-कला, क्राफ्ट, पपेट शो के द्वारा शिक्षा।
2-मोबाइल व लैप टाॅप से शिक्षा।
3- बाल संसद का गठन ।
4- खेल खेल में शिक्षा।
5- गतिविधियों के द्वारा शिक्षण।
👉च : शिक्षक के विभिन्न सम्मान एवं पुरस्कार  :    
1- सन् 2014 में रोटरी क्लब द्वारा शिक्षक सम्मान।
2- सन् 2014 में नीलोफर महिला चेतना द्वारा सम्मानित।
3- सन् 2015 में विद्यालय संचालन व गतिविधियों के लिये खण्ड शिक्षा अधिकारी, नगर, बरेली द्वारा सम्मानित।
4- सन् 2016 में डायट प्राचार्या एवं जे डी सर द्वारा आई सी टी पुरस्कार द्वारा सम्मानित।
5- सन् 2016 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जी के द्वारा लोकमणी लाल पुरस्कार द्वारा प्रयागराज में सम्मानित।
6- सन् 2017 में नामांकन अभिवृद्धि हेतु बेसिक शिक्षा अधिकारी,बरेली द्वारा सम्मानित
7- शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार करने  हेतु सम्मानित।
8- उत्तर प्रदेश सामान्य निर्वाचन द्वारा प्रथम वोटर हेतु सम्मानित।
9- सन् 2016-17 से 2018-19 तक लगातार नामांकन वृद्धि के कारण खंड शिक्षा अधिकारी नगर द्वारा सम्मानित।
10- सन् 2018 में इनरव्हील क्लब बरेली द्वारा नेशन बिल्डर अवार्ड द्वारा सम्मानित।
11- सन् 2019 में विद्यालय में सक्रिय पुस्तकालय स्थापना करने हेतु खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मानित।
12- सन् 2019 में शिक्षा कायाकल्प ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम में ब्लाॅक रिसोर्स परसन के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु डी सी सर द्वारा सम्मानित।
13- सन् 2020 में फ्यूचर काॅलेज बरेली द्वारा तेजस्विनी नारी शक्ति सम्मान द्वारा सम्मानित।
14- सन् 2020 में ई पाठशाला को अच्छी तरह से संचालित करने हेतु बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रेरणा योद्धा सम्मान से सम्मानित।
15- सन् 2020 में मानव सेवा क्लब  बरेली द्वारा स्वर्गीय राघव कान्त जौहरी शिक्षक सम्मान द्वारा सम्मानित।
👉छ: मिशन शिक्षण संवाद हेतु संदेश :
यह एक ऐसा मंच है जो शिक्षकों को एक सकारात्मक दिशा की ओर अग्रसर होने के लिये प्रेरित करता है । इसके द्वारा विद्यालय में बच्चों का सर्वांगीण विकास व गुणात्मक शिक्षण की वृद्धि करने में  सहायता मिलती है। मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि मिशन शिक्षण संवाद अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में सफल हो रहा है, जिससे परिवर्तन अवश्य आएगा।
👉ज :  शिक्षकों के लिये संदेश :
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। सभी शिक्षकों को सकारात्मक सोच के साथ हमेशा शिक्षा के उत्थान हेतु प्रयासरत रहना चाहिए ।
साभार -
शशि रानी सिंह ,
प्रधान अध्यापिका ,
प्राथमिक विद्यालय गौटिया खुर्रम,
नगर क्षेत्र, बरेली।

✏संकलन एवं सहयोग:
रुपेन्द्र सिंह जी (संयोजक)
मिशन शिक्षण संवाद बरेली


नोट : मिशन शिक्षण संवाद परिवार में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें ✍🏽
22-01-2021

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