वीर सुभाष
वीरता और धीरता का,
जाग्रत इतिहास था।
हाँ, वह वीर सुभाष था।
आजाद हिन्द फौज का, रणबाँकुरा सेनापति।
स्वाधीनता का सूर्य था,
देश का सेवाव्रती।।
झुका नहीं, रुका नहीं,
वो देश का विश्वास था।
हाँ, वही वीर सुभाष था।
वीरता के जयघोष,
गूँजते हैं कान में।
हर हृदय में तुम बसे,
पूरे हिंदुस्तान में।।
मार्ग वह दिखा गया,
देश भक्ति सिखा गया,
देशभक्ति का इतिहास था।
हाँ, वही वीर सुभाष था।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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