मेरा भारत महान

   दुनिया से न्यारा भारत देश हमारा,

        है हमें यह जान से भी प्यारा 

    हुआ स्वाधीन 15 अगस्त 1947 को 

इससे पूर्व था  कानून अंग्रेजों का सारा।


 26 जनवरी 1950 को बना हमारा संविधान,

      इससे मिली भारत देश को एक नई पहचान

        मिली प्रत्येक नागरिक को समानता स्वतंत्रता

            सभी को मिला अधिकार व पूर्ण सम्मान।


           भारत देश की गाथा है महान बलिदानी,

        यह सब हमने अपने पूर्वजों से जानी 

    है भारत एक विशाल विस्तृत देश

  सौहार्दता सहृदयता है हमारे देश की निशानी।


उत्तर में खड़ा है हमारा अटल हिमालय,

      जहाँ प्रत्येक नर के लिए देश ही है उसका आलय

           अपनी संस्कृति रीति-रिवाज का है सबको भान

        पूजते हैं अपने देश को ऐसे जैसे कोई देवालय।


                है देश भारत हमारा आन बान शान,

          संपूर्ण विश्व में है अनूठा हमारा हिंदुस्तान 

     रहे अखंडता कायम यूँ ही मेरे देश की

 लहराता रहे परचम देश का अनंत हो या हो जहान।


रचयिता

ज्योत्सना रतूड़ी ज्योति       

सहायक अध्यापक,

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पालर,         

विकास खण्ड-नौगांव,

जनपद-उत्तरकाशी,

उत्तराखण्ड।


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