५०५~ शैलेन्द्र यादव (प्रधानाध्यापक) प्रा०वि०आनन्दडीह, विकास खण्ड - अभोली जनपद -भदोही, उत्तर प्रदेश
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से युवा अनमोल रत्न शिक्षक सहयोगी भाई शैलेन्द्र यादव जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से बहुत ही कम समय में प्रयासों को प्रतिफल में बदलने की सफलता प्राप्त ही है। आप जैसे ऊर्जावान अनमोल रत्न शिक्षक सहयोगी निश्चित ही बेसिक शिक्षा की हजारों विषमताओं के बीच भी भविष्य के पथ मजबूत बनाने में सफल होंगे। जिससे शिक्षा का उत्थान, शिक्षक का सम्मान और मानवता के कल्याण का स्वप्न एक न एक दिन जरूर साकार होगा।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
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👉1..शिक्षक का परिचय:-
शैलेन्द्र यादव (प्रधानाध्यापक)
प्रा०वि०आनन्दडीह, विकास खण्ड - अभोली
जनपद -भदोही, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति :- 09/09/2009 को प्रा०वि० पीढ़ौल महमूदपुर, वि०क्षे०- बिजौली, जनपद- अलीगढ़ (उ०प्र०)
पदोन्नति :- 21-01-2015 को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रा०वि० बहरामपुर, वि क्षे०-जवाँ, जनपद- अलीगढ (उ०प्र०)
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति - अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के फलस्वरूप 04/10/2016 को प्रा०वि० आनन्दडीह, विकास खण्ड - अभोली, जनपद- भदोही में प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त|
03|8|2019 को प्रा०वि०आनन्द डीह में ही "English Medium Primary School Headmaster" के पद पर पदस्थापित।
👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
A- स्वयं के प्रयास :
1- अभिभावको में "विश्वास" पैदा किया कि हमारे विद्यालय से बेहतर शिक्षा अन्य किसी विद्यालय में नही मिल सकती। इसके लिए अभिभावकों को विद्यालय के सभी कक्षा कक्षों में ले जाकर बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों, क्रियाकलापों एवं पठन-पाठन से अवगत कराया। अभिभावकों से कक्षा में कक्षानुरूप प्रश्न बच्चों से पूछने की छूट देकर, बच्चों का संवाद अभिभावकों से करवाया। बच्चों से अपेक्षित जवाब पाकर आभिभावक हमारे विद्यालय की प्रशंसा गांव में करने लगे जिससे नामांकन में तेजी से वृद्धि हुई। जहाँ हमारे विद्यालय का नामांकन 153 था। वह संख्या बढ़कर 283 तक पहुंच गई| अगले सत्र में 300 से अधिक नामांकन होने की सम्भावना है।
2 - मैं विद्यालय की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देता हैं| जब तक विद्यालय का प्रांगण, कक्षा-कक्ष, किचन रूम, शौचालय की स्वच्छता नहीं करवा लेता तब तक कुर्सी पर नहीं बैठता हूँ।
3- विद्यालय की सांस्कृतिक गतिविधियों एवं कार्यक्रमों में ग्राम प्रधान एवं अभिभावकों को अवश्य बुलाता हूँ। उनसे एक दो दिन पहले मिलकर कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए चर्चा अवश्य करता हूँ।
4- विद्यालय का परिवेश, कक्षा-कक्ष भव्य एवं सुन्दर हो, बच्चों एवं अभिभावकों को आकर्षित करे इसके लिए प्रधान जी से निरन्तर वार्तालाप के साथ ही साथ अच्छे विद्यालयों के फोटोग्राफ उनको दिखाकर अपने विद्यालय में भी ऐसा करने लिए निवेदन करता हूँ।
7- विद्यालय को अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त कर प्रेरणालक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रयासरत हूँ। स्मार्ट क्लास के लिए भी प्रयासरत हूँ।
6-कार्यालय त्रुटि के कारण मेरे विदयालय में केवल 25000/-पच्चीस हजार रुपये ही कम्पोजिट ग्राण्ट विगत दो वर्षों से आ रहा थी, किन्तु मैंने अपने प्रयासों से विद्यालय के विकास में कोई कमी नहीं होने दिया।
अन्य शिक्षकों का सहयोग - शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने में महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।
जनप्रतिनिधि के सहयोग से - ग्राम प्रधान के सहयोग से विद्यालय के भौतिक परिवेश को सुन्दर बनाया जा सका।
१. कक्षा-कक्षा में टाइल्स
२. वायरिंग
३. प्रत्येक कमरे में दो पंखा एवं दो-दो LED बल्ब
४. हैण्ड पंप को रीबोर कराकर स्वच्छ जल की आपूर्ति करने में।
५-इंटरलॉकिंग एवं फर्श का Rcc कार्य आदि में महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।
👉3- किए गये प्रयासों का परिणाम:
A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन:-
पहले नामांकन - 153, प्रयास के बाद नामांकन - 283
B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत - 80%
C- प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या - 70%
👉4- विद्यार्थियों की
उपलब्धियाँ:-
A- विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण: प्रत्येक गतिविधि एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने वाले बच्चों को यथेष्ट पुरस्कार दिया जाता है।
B- विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण: --
C- विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियाँ: शैक्षिक रूप से ही नही बल्कि नई चेतना से युक्त भावी पीढी का हम श्रृजन करते हैं।
👉5 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:- ब्लॉक स्तरीय 200 मीटर दौड़, प्रतियोगिता में कक्षा 5 के छात्र "पवन कुमार " को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
👉6 - शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:- गतिविधियों द्वारा नित नए-नए नवाचारों के माध्यम से शिक्षण।
B- शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों विवरण: जिलाधिकारी महोदय, मुख्य विकास अधिकारी महोदय एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा 3 बार प्रशस्तिपत्र प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
C- शिक्षकों की अन्य उपलब्धियाँ: सभी शिक्षक नियमित, समयबद्ध, रहकर विद्यालय में जिम्मेदारी पूर्वक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हैं।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:-मिशन शिक्षण संवाद जहां शिक्षकों को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए प्रोत्साहित करता है, वहीं प्रतिभावान गुमनाम अनेक शिक्षकों को उड़ान भरने का प्लेटफॉर्म भी प्रदान करता है।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-असम्भव शब्द केवल कायरों के लिए बना है। हमें सदैव सकारात्मक सोच के साथ अच्छा कार्य करना चाहिए। जौहरी के द्वारा अगर स्वर्ण को ताबा बता दिया जाए तो स्वर्ण का क्या दोष, दोष तो जौहरी में है। धीरे-धीरे जौहरी का महत्व समाप्त हो जाएगा, किन्तु स्वर्ण जहां भी रहेगा चमकता दमकता रहेगा। हम सब को स्वर्ण बनना है।सदैव अपने मार्ग पर दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना है।
👉9- साभार :
शैलेन्द्र यादव
मिशन शिक्षण संवाद - प्राथमिक विद्यालय आनन्दडीह, विकास खण्ड -अभोली.....जनपद- भदोही
संकलन एवं सहयोग : ज्योति कुमारी
टीम मिशन शिक्षण संवाद
नोट : मिशन शिक्षण संवाद परिवार में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर-9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏
25-01-2021
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