भारत रत्न मदर टेरेसा
भारत रत्न मदर टेरेसा
जन्म दिवस पर विशेष
अग्नेस गोंझा बोयाजिजु
गोंझा मीन्स फूल की कलियाँ
ऐसी मदर टेरेसा...।
पढ़ना, लिखना गीत गाना
जैसी होती आम लड़कियाँ।।
ऐसी मदर टेरेसा
26 अगस्त उन्नीस सौ 10 को
जन्म हुआ यूगोस्लाविया..
ऐसी मदर टेरेसा..
1948 में भारत आकर ली
भारतीय नागरिकता।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी
की स्थापना 1950 कोलकाता।।
साधरण व्यवसायी की पुत्री
रोमन कैथोलिक की सदस्या
ऐसी मदर टेरेसा..
बचपन में पिता गुजर गए
माता ने उनको पाला।
दीन-दुखियों की सेवा की
वो निर्मल हृदय की बाला।।
पदम श्री, नोबेल प्राइज,
सम्मान प्राप्त है किया
ऐसी मदर टेरेसा..
मेडल ऑफ फ्रीडम बनी
भारत रत्न अनोखी।
दया प्रेम ,ममता,समता की
ऐसी नन न देखी।।
दीन दुखी की सेवा करना
बना लिया निज धर्म।
123 देशों में मिशनरीज
करे सेवा कर्म।।
5 सितम्बर सन सन्तानवे
को त्यागी नश्वर देह।।
सन्त टेरेसा भरत भूमि तज
पहुँची ईशू के गेह।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
जन्म दिवस पर विशेष
अग्नेस गोंझा बोयाजिजु
गोंझा मीन्स फूल की कलियाँ
ऐसी मदर टेरेसा...।
पढ़ना, लिखना गीत गाना
जैसी होती आम लड़कियाँ।।
ऐसी मदर टेरेसा
26 अगस्त उन्नीस सौ 10 को
जन्म हुआ यूगोस्लाविया..
ऐसी मदर टेरेसा..
1948 में भारत आकर ली
भारतीय नागरिकता।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी
की स्थापना 1950 कोलकाता।।
साधरण व्यवसायी की पुत्री
रोमन कैथोलिक की सदस्या
ऐसी मदर टेरेसा..
बचपन में पिता गुजर गए
माता ने उनको पाला।
दीन-दुखियों की सेवा की
वो निर्मल हृदय की बाला।।
पदम श्री, नोबेल प्राइज,
सम्मान प्राप्त है किया
ऐसी मदर टेरेसा..
मेडल ऑफ फ्रीडम बनी
भारत रत्न अनोखी।
दया प्रेम ,ममता,समता की
ऐसी नन न देखी।।
दीन दुखी की सेवा करना
बना लिया निज धर्म।
123 देशों में मिशनरीज
करे सेवा कर्म।।
5 सितम्बर सन सन्तानवे
को त्यागी नश्वर देह।।
सन्त टेरेसा भरत भूमि तज
पहुँची ईशू के गेह।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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