07 अगस्त
प्रथम कविता
हरित क्रांति के जनक
मंकाम्बो सम्बासीवन
स्वामीनाथन है नाम।
तमिलनाडु में कुंभकोणक
जिनका जन्म स्थान।।
7th august 1925
Date ऑफ birth है भाई
इनके कारण ही भारत मे
हरित क्रांति आई।
मैक्सिको गेहूँ के बीज को
पंजाबी गेहूँ से क्रॉस किया।
उत्पादन बढ़ गया खेत में
संकर बीजों का विकास किया।
आत्म निर्भर खाद्यान्नों में
बन गया देश हमारा ।
एम.एस.स्वामीनाथन ने
दिया हरित क्रांति का नारा।
पद्म भूषण, पद्मश्री,
पद्म विभूषण से सम्मानित।
रेमन मैग्सेसे, विश्व खाद्य
पुरस्कार से विभूषित।
हे खाद्य पुरुष हे अन्न-पूर्ण
तुम कृषकों के हितकारी।
एम एस स्वामीनाथन जी की
आज जयंती प्यारी।
द्वितीय कविता
पुण्य तिथि गुरुदेव की
पुण्य तिथि गुरुदेव की
रवीन्द्रनाथ टैगोर।
7 अगस्त 1941
गए दुनिया को छोड़।।
दो देशों के राष्ट्रगान लिख
अद्भुत प्रतिभा दिखलाई।
राष्ट्र गान जन-गण के रचयिता
गुरुदेव हैं भाई।।
आमार सोनार इन्हीं की रचना
बंग्लादेश का राष्ट्र -गान।
गीतांजलि रचना पर मिला था
नोबल प्राइज का सम्मान।।
पोस्ट मास्टर,मास्टर साहब
गोरा जैसी रचनाएँ।
शांति निकेतन के संस्थापक
जहाँ निखरती प्रतिभाएँ।
नाइटहुड पदवी जो मिली थी
ठोकर मार के लौटाई।
जलियाँवाले बाग़ की घटना
इनको रास नहीं आई।
बहुमुखी प्रतिभा आयामी
थी अद्भुत क्षमताएँ।
गुरुदेव की पुण्यतिथि को
मिलकर सभी मनाएँ।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
हरित क्रांति के जनक
मंकाम्बो सम्बासीवन
स्वामीनाथन है नाम।
तमिलनाडु में कुंभकोणक
जिनका जन्म स्थान।।
7th august 1925
Date ऑफ birth है भाई
इनके कारण ही भारत मे
हरित क्रांति आई।
मैक्सिको गेहूँ के बीज को
पंजाबी गेहूँ से क्रॉस किया।
उत्पादन बढ़ गया खेत में
संकर बीजों का विकास किया।
आत्म निर्भर खाद्यान्नों में
बन गया देश हमारा ।
एम.एस.स्वामीनाथन ने
दिया हरित क्रांति का नारा।
पद्म भूषण, पद्मश्री,
पद्म विभूषण से सम्मानित।
रेमन मैग्सेसे, विश्व खाद्य
पुरस्कार से विभूषित।
हे खाद्य पुरुष हे अन्न-पूर्ण
तुम कृषकों के हितकारी।
एम एस स्वामीनाथन जी की
आज जयंती प्यारी।
द्वितीय कविता
पुण्य तिथि गुरुदेव की
पुण्य तिथि गुरुदेव की
रवीन्द्रनाथ टैगोर।
7 अगस्त 1941
गए दुनिया को छोड़।।
दो देशों के राष्ट्रगान लिख
अद्भुत प्रतिभा दिखलाई।
राष्ट्र गान जन-गण के रचयिता
गुरुदेव हैं भाई।।
आमार सोनार इन्हीं की रचना
बंग्लादेश का राष्ट्र -गान।
गीतांजलि रचना पर मिला था
नोबल प्राइज का सम्मान।।
पोस्ट मास्टर,मास्टर साहब
गोरा जैसी रचनाएँ।
शांति निकेतन के संस्थापक
जहाँ निखरती प्रतिभाएँ।
नाइटहुड पदवी जो मिली थी
ठोकर मार के लौटाई।
जलियाँवाले बाग़ की घटना
इनको रास नहीं आई।
बहुमुखी प्रतिभा आयामी
थी अद्भुत क्षमताएँ।
गुरुदेव की पुण्यतिथि को
मिलकर सभी मनाएँ।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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