अटल जी को शत-शत नमन
पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी को शत-शत नमन
सबके हिस्से का ज़हर, वो अकेले पी लेते थे,
अपने भारत की तरक्की हेतु, होंठ सी लेते थे।
ख़ुदा ने ख़ूबियाँ ही, कुछ ऐसी बख़्शी थी उन्हें,
जनहित में एक साथ, कई किरदार जी लेते थे।
राजनीति में आदर्शता, उन्होंने ही सिखाई है,
विपक्ष में रहकर भी की, देश की भलाई है।
देश सेवा करने की, अद्भुत इच्छा शक्ति थी,
देश हित में वो हर निर्णय बड़ा सही लेते थे।
उनके जाने पर आज, हर भारतीय रो रहा है,
सत्ता हो या विपक्ष, वो सबके दिल मे रहते थे।
आज उनकी खूबियों का, गुणगान कर रहा हूँ,
दुःखी हृदय से उन्हें, आज प्रणाम कर रहा हूँ।
रचयिता
प्रदीप कुमार,
सहायक अध्यापक,
जूनियर हाईस्कूल बलिया-बहापुर,
विकास खण्ड-ठाकुरद्वारा,
जनपद-मुरादाबाद।
विज्ञान सह-समन्वयक,
विकास खण्ड-ठाकुरद्वारा।
सबके हिस्से का ज़हर, वो अकेले पी लेते थे,
अपने भारत की तरक्की हेतु, होंठ सी लेते थे।
ख़ुदा ने ख़ूबियाँ ही, कुछ ऐसी बख़्शी थी उन्हें,
जनहित में एक साथ, कई किरदार जी लेते थे।
राजनीति में आदर्शता, उन्होंने ही सिखाई है,
विपक्ष में रहकर भी की, देश की भलाई है।
देश सेवा करने की, अद्भुत इच्छा शक्ति थी,
देश हित में वो हर निर्णय बड़ा सही लेते थे।
उनके जाने पर आज, हर भारतीय रो रहा है,
सत्ता हो या विपक्ष, वो सबके दिल मे रहते थे।
आज उनकी खूबियों का, गुणगान कर रहा हूँ,
दुःखी हृदय से उन्हें, आज प्रणाम कर रहा हूँ।
रचयिता
प्रदीप कुमार,
सहायक अध्यापक,
जूनियर हाईस्कूल बलिया-बहापुर,
विकास खण्ड-ठाकुरद्वारा,
जनपद-मुरादाबाद।
विज्ञान सह-समन्वयक,
विकास खण्ड-ठाकुरद्वारा।
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