श्रद्धेय आपको नमस्कार
श्रद्धेय आपको नमस्कार
हे अटल बिहारी नमस्कार।।
धीर-वीर-गंभीर-साहसी,
हे! कवि लेखक साहित्यकार।
पंडित-मानी-ज्ञानी-ध्यानी,
जन-गण-युग नायक पत्रकार।।
वसुधैव कुटुम्बकम् के पोषक,
निष्काम कर्म योगी उदार।
तव सहज सरल व्यक्तित्व अमर,
श्रद्धेय आपको नमस्कार।।
हे अटल बिहारी जगत मित्र,
अर्पित श्रद्धाञ्जलि सुमनहार।
साष्टांग नमन कर जोड़ नमन,
श्रद्धेय नमन शत नमस्कार।।
~~~ॐ शांति,शांति,शांति ॐ~~~
रचयिता
हरीराम गुप्त "निरपेक्ष"
सेवानिवृत्त शिक्षक,
जनपद-हमीरपुर।
हे अटल बिहारी नमस्कार।।
धीर-वीर-गंभीर-साहसी,
हे! कवि लेखक साहित्यकार।
पंडित-मानी-ज्ञानी-ध्यानी,
जन-गण-युग नायक पत्रकार।।
वसुधैव कुटुम्बकम् के पोषक,
निष्काम कर्म योगी उदार।
तव सहज सरल व्यक्तित्व अमर,
श्रद्धेय आपको नमस्कार।।
हे अटल बिहारी जगत मित्र,
अर्पित श्रद्धाञ्जलि सुमनहार।
साष्टांग नमन कर जोड़ नमन,
श्रद्धेय नमन शत नमस्कार।।
~~~ॐ शांति,शांति,शांति ॐ~~~
रचयिता
हरीराम गुप्त "निरपेक्ष"
सेवानिवृत्त शिक्षक,
जनपद-हमीरपुर।
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ReplyDelete🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteसत सत नमन
ReplyDeleteNaman
ReplyDeleteNaman
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