ये तिरंगा मेरी शान
ये तिरंगा मेरी शान ....
मेरा दिल, मेरा अभिमान।
मान हमारे देश का है ये,
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
अमर शहीदों ने बलि देकर
जब इसको लहराया था ,
जन-गण-मन अधिनायक
जय हे, बच्चा-बच्चा गाया था।
भारत माता की जय-जय से
तब गूँज उठा था हिन्दुस्तान।
मान हमारे देश का है ये...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
केसरिया रंग, प्रेम-वीरता
का सूचक कहलाता है,
रंग सफ़ेद, त्याग -पवित्रता
की बातें बतलाता है ।
और हरा रंग शस्य-श्यामला,
चक्र समय की है पहचान।
मान हमारे देश का है ये ...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
आजादी का पर्व हमें
ये बार-बार बतलाता है ,
मातृ-भूमि पर सब न्यौछावर,
हमको ये सिखलाता है।
वक्त पड़ा तो दिखला देंगे
हम हैं भारत की संतान।
मान हमारे देश का है ये...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
रचयिता
निशी श्रीवास्तव,
प्र0 अ0,
प्राथमिक विद्यालय रमपुरवा,
विकास खण्ड-बी0के0टी0,
जनपद-लखनऊ।
मेरा दिल, मेरा अभिमान।
मान हमारे देश का है ये,
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
अमर शहीदों ने बलि देकर
जब इसको लहराया था ,
जन-गण-मन अधिनायक
जय हे, बच्चा-बच्चा गाया था।
भारत माता की जय-जय से
तब गूँज उठा था हिन्दुस्तान।
मान हमारे देश का है ये...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
केसरिया रंग, प्रेम-वीरता
का सूचक कहलाता है,
रंग सफ़ेद, त्याग -पवित्रता
की बातें बतलाता है ।
और हरा रंग शस्य-श्यामला,
चक्र समय की है पहचान।
मान हमारे देश का है ये ...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
आजादी का पर्व हमें
ये बार-बार बतलाता है ,
मातृ-भूमि पर सब न्यौछावर,
हमको ये सिखलाता है।
वक्त पड़ा तो दिखला देंगे
हम हैं भारत की संतान।
मान हमारे देश का है ये...
इस पर मेरी जाँ कुर्बान।।
रचयिता
निशी श्रीवास्तव,
प्र0 अ0,
प्राथमिक विद्यालय रमपुरवा,
विकास खण्ड-बी0के0टी0,
जनपद-लखनऊ।
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