गीत तुम्हारे गाए जाएँगे
मौत किसी को रोकेगी क्या
काल किसी को मारेगा क्या
जीवन में जो पौधे रोपे
तुमको नवजीवन दे जाएँगे।
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।।
कविता की छोटी पंक्तियाँ
बन पुष्प तेरा श्रृंगार करेंगी
प्रीत कहानी जो छोड़ी
सदियाँ-सदियाँ याद करेंगी
भारत भूमि के लाल दुलारे
तुमको कैसे विदा कहूँ
जिन आँखों में सुंदर चेहरा है
कैसे उनको बन्द करूँ
जो कुछ तुमने कहा लिखा
भारत को राह दिखाएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएंगे।।1
विपक्ष में होकर भी क्या सुंदर
राजधर्म निभाया था
यू एन ओ में जाकर
भारत का मान बढ़ाया था
दुश्मन से प्यार बढ़ाने को
नवप्रेम के अंकुर उगाने को
भारत में पाकिस्तान के परिजन
को मिलवाने को
लाहौर को बस चलवाया था
वो मिलने वाले परिजन
कैसे तुम्हें भुलायेंगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।।2
तुम शांति दूत के दिव्य पुंज
तुम युद्ध में थे प्रखर काल
ऐ भारत माँ के गर्व शिखर
तुमसे उन्नत भारत का भाल
पोखरण में विस्फोट कराकर
भारत का ऊँचा नाम किया
गिरती देखा जब स्वातंत्रय ध्वजा
आगे बढ़कर थाम लिया
विस्फोट जो गौरव देकर गए
वो नाम तेरा गुंजाएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।
है तुम्हें नमन ऐ विशाल हृदय
है तुम्हें नमन ऐ कवि महान
भारत का कोना-कोना
करता रहेगा तेरा गुणगान
है हृदय व्यथित, है सजल नयन
जो गाई हैं कविता तुमने
हम सदियों तक दोहराएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाये जाएँगे।।
महामना हमारे हृदयों के विजेता अटल बिहारी जी को श्रद्धांजलि ।।।।
रचयिता
विशाल रस्तोगी,
प्राथमिक विद्यालय तपरहा बाबा,
विकास खण्ड-रेउसा,
जनपद-सीतापुर।
काल किसी को मारेगा क्या
जीवन में जो पौधे रोपे
तुमको नवजीवन दे जाएँगे।
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।।
कविता की छोटी पंक्तियाँ
बन पुष्प तेरा श्रृंगार करेंगी
प्रीत कहानी जो छोड़ी
सदियाँ-सदियाँ याद करेंगी
भारत भूमि के लाल दुलारे
तुमको कैसे विदा कहूँ
जिन आँखों में सुंदर चेहरा है
कैसे उनको बन्द करूँ
जो कुछ तुमने कहा लिखा
भारत को राह दिखाएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएंगे।।1
विपक्ष में होकर भी क्या सुंदर
राजधर्म निभाया था
यू एन ओ में जाकर
भारत का मान बढ़ाया था
दुश्मन से प्यार बढ़ाने को
नवप्रेम के अंकुर उगाने को
भारत में पाकिस्तान के परिजन
को मिलवाने को
लाहौर को बस चलवाया था
वो मिलने वाले परिजन
कैसे तुम्हें भुलायेंगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।।2
तुम शांति दूत के दिव्य पुंज
तुम युद्ध में थे प्रखर काल
ऐ भारत माँ के गर्व शिखर
तुमसे उन्नत भारत का भाल
पोखरण में विस्फोट कराकर
भारत का ऊँचा नाम किया
गिरती देखा जब स्वातंत्रय ध्वजा
आगे बढ़कर थाम लिया
विस्फोट जो गौरव देकर गए
वो नाम तेरा गुंजाएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाए जाएँगे।
है तुम्हें नमन ऐ विशाल हृदय
है तुम्हें नमन ऐ कवि महान
भारत का कोना-कोना
करता रहेगा तेरा गुणगान
है हृदय व्यथित, है सजल नयन
जो गाई हैं कविता तुमने
हम सदियों तक दोहराएँगे
आने वाले युगों-युगों तक
गीत तुम्हारे गाये जाएँगे।।
महामना हमारे हृदयों के विजेता अटल बिहारी जी को श्रद्धांजलि ।।।।
रचयिता
विशाल रस्तोगी,
प्राथमिक विद्यालय तपरहा बाबा,
विकास खण्ड-रेउसा,
जनपद-सीतापुर।
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