हिन्दुस्तान की शान
हिन्दुस्तान की शान
बिस्मिल्लाह खान
पुण्य तिथि पर विशेष
आजादी की पावन बेला पर
जिनकी बजी शहनाई।
भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान
की पुण्य तिथि है आई।
21 मार्च 1916 गांव
डुमरांव, बिहार।
जन्मा शहनाई का साधक
जाने सब संसार।।
पिता पैगम्बर खां थे इनके
मिट्ठन बाई माता।
कर्म भूमि काशी को बनाया
विश्वनाथ से नाता।।
गुरु विलायती बक्श से सीखा
शहनाई का ज्ञान।
शहनाई में गंगा जमुना
दिल में हिन्दुस्तान।।
भारत रत्न औ रोस्टम
तानसेन पुरस्कार।।
पद्म विभूषण, पद्म श्री
सम्मानों के हकदार।
सन दो हजार छः का
आया इक्कीस अगस्त।
गंगा-जमुनी तहजीब का
सूर्य हो गया अस्त।।
है विनम्र श्रद्धांजलि
हे बिस्मिल्लाह खान।
शहनाई सरताज को
नमन करे हिन्दुस्तान।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
बिस्मिल्लाह खान
पुण्य तिथि पर विशेष
आजादी की पावन बेला पर
जिनकी बजी शहनाई।
भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान
की पुण्य तिथि है आई।
21 मार्च 1916 गांव
डुमरांव, बिहार।
जन्मा शहनाई का साधक
जाने सब संसार।।
पिता पैगम्बर खां थे इनके
मिट्ठन बाई माता।
कर्म भूमि काशी को बनाया
विश्वनाथ से नाता।।
गुरु विलायती बक्श से सीखा
शहनाई का ज्ञान।
शहनाई में गंगा जमुना
दिल में हिन्दुस्तान।।
भारत रत्न औ रोस्टम
तानसेन पुरस्कार।।
पद्म विभूषण, पद्म श्री
सम्मानों के हकदार।
सन दो हजार छः का
आया इक्कीस अगस्त।
गंगा-जमुनी तहजीब का
सूर्य हो गया अस्त।।
है विनम्र श्रद्धांजलि
हे बिस्मिल्लाह खान।
शहनाई सरताज को
नमन करे हिन्दुस्तान।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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