तम्बाकू निषेध गीत

तर्ज - छोड़ो कल की बातें

छोडो तम्बाकू खाना
ये शौक बड़ा बेगाना
आदत तुमने न छोड़ी
तो कर देगा जग से रवाना
तम्बाकू न खाना
कभी तम्बाकू न खाना
   सेहत का नुकसान ये कर रहा है
   अपनों से दूर तुम्हें ये कर रहा है
   दाँतो की सुन्दरता को तुम खो चुके हो
   जबड़ों को भी जाम ये कर रहा है
   अभी समय है, तू सँभल जा
    बाद में न पछताना
    तम्बाकू न खाना कभी तम्बाकू न खाना
छोड़ो---------   
ये तन देकर ईश्वर ने उपकार किया है
तम्बाकू से तूने इस पर प्रहार किया है
कैंसर जैसी बीमारी को दिया निमंत्रण
अपनी मृत्यु का क्यों तू करता आवाह्न
अभी कसम ले, ये लत छोड़ दे
फिर जीवन लगे सुहाना
तम्बाकू न खाना कभी तम्बाकू न खाना
छोड़ो---------

रचयिता
सीमा कुमारी,
प्रभारी प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कादरीबाग,
विकास खण्ड-डिबाई,
जनपद-बुलन्दशहर।

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